MP News: सागर जिले की खुरई विधानसभा के बरोदिया नोनागिर में मृतक रामसेवक अहिरवार और अंजना अहिरवार की मौत मामले में अब राहुल गांधी की भी एंट्री हो गई है. मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. इस दौरान पीसीसी चीफ पटवारी ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से राहुल गांधी की फोन पर बात करवाई.
राहुल गांधी ने फोन कॉल पर पीड़ित परिवार से बात करते हुए कहा, ''हम आपके साथ खड़े हैं, घबराइये मत. जो भी आपकी जरूरत होगी, हम आपकी मदद करेंगे.'' देखें Video:-
इससे पहले दलित युवती अंजना अहिरवार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी सागर जिले के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को हटाने की मांग की.
कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह बीते दिन अंजना अहिरवार के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए बरोदिया नैनागिर गांव पहुंचे थे. अंजना की रविवार को अपने चाचा का शव ले जा रही एम्बुलेंस से गिरने के बाद मौत हो गई थी.
महिला के परिवार के सदस्यों ने सिंह को बताया कि उन्हें दी गई सुरक्षा प्रशासन ने हटा ली गई है और यहां तक कि उनके क्षेत्र में लगे कैमरे भी हटा दिए गए हैं. अंजना एक पढ़ी-लिखी युवती थी और परिवार की देखभाल कर रही थी.
बयान बदलने के लिए दबाव बनाने का आरोप
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वर्तमान घटना से 10 दिन पहले पुलिस सुरक्षा हटा दी गई थी. साथ ही युवती पर बयान बदलने के लिए काफी दबाव डाला गया. कांग्रेस नेता के मुताबिक, लालू की हत्या के तीन गवाह थे..एक राजेंद्र, दूसरी अंजना और तीसरी उसकी मां. दबाव में नहीं आने पर राजेंद्र की हत्या कर दी गई और अंजना की मौत हो गई. उन्होंने आरोप लगाया कि अंजना ने कुछ दिन पहले बयान बदलने के लिए दबाव बनाए जाने की शिकायत पुलिस से की थी लेकिन पुलिस ने इस पर कार्रवाई नहीं की.
बाहुबली राजनीतिक संरक्षण देने का दावा
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अंजना ने शुरू में ही कहा था कि घटना में अंकित ठाकुर शामिल है, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया गया क्योंकि वह एक बाहुबली है और उसे राजनीतिक रूप से आश्रय दिया गया है.
पुलिस का कहना
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) लोकेश सिन्हा ने पहले बताया कि खुरई पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत दो समूहों के बीच झड़प में घायल हुए राजेंद्र अहिरवार (24) की मौत हो गई थी. अंजना की सागर में पोस्टमार्टम के बाद राजेंद्र अहिरवार का शव गांव ले जा रही एंबुलेंस से गिर कर हो गई. सिन्हा ने कहा, उनके परिवार के सदस्य शव के साथ थे.
यह पूछे जाने पर कि क्या पुराने मामले में समझौते के दबाव के कारण राजेंद्र अहिरवार की हत्या की गई? सिन्हा ने कहा कि जांच के दौरान सभी तथ्य सामने आ जाएंगे.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि पिछले साल अगस्त में सागर जिले में पुरानी दुश्मनी को लेकर लोगों के एक समूह ने नितिन अहिरवार की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उसकी मृत्यु के बाद, अंजना अहिरवार ने एक FIR दर्ज कराई कि उसके भाई की हत्या कर दी गई, क्योंकि कुछ लोग उत्पीड़न मामले में समझौते के लिए उन पर दबाव डाल रहे थे.