मैं कानून हाथ में नहीं लेना चाहता हूं… मैं समझता हूं कि किसी अधिकारी के साथ विवाद-झगड़ा होगा, तो 353 लग जाएगी. मैं वो भी नहीं चाहता. मगर, मेरे पास में एक हथियार है. वो हथियार चलाना जानता हूं. आमरण अनशन पर आत्मदाह करने के लिए मैं मजबूर होउंगा, तो कर लूंगा. मेरा अंतिम निर्णय हो चुका है क्योंकि मैं बहुत दुखी हूं. मुझे मेरी जिंदगी का मोह भी नहीं है. मेरी उम्र पूरी हो चुकी है. मुझे जनता के ऊपर अत्याचार स्वीकार नहीं है. यह कहना है मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की नरसिंहगढ़ विधानसभा सीट के भाजपा विधायक मोहन शर्मा का.
दरअसल, वह बिजली विभाग के रवैये से खासे नाराज थे. बीजेपी विधायक आम जनता की समस्याओं पर भावुक हो गए. उन्होंने मंच से ही अनशन और आत्मदाह की चेतावनी दे डाली. उन्होंने कहा कि 30 साल पहले पिताजी का स्वर्गवास हो गया. गांव में डीपी नहीं है. इनको विद्युत मंडल ने बिल दिया 30 हजार रुपये का.
बकाया बिलों की वसूली के लिए बाइक जब्त कर रहे
यह अकेला उदाहरण नहीं है. अनेकों उदाहरण हैं. आपके सामने मैं पार्टी की विचारधारा, विधायक से हटकर सार्वजनिक मंच से ज्ञापन देने वाला हूं. पांच तारीख को धरने पर बैठने वाला हूं. मुझे ऐसी राजनीति नहीं करनी, जिससे मेरे क्षेत्र की जनता परेशान हो. जिन्होंने समय पर बिल जमा कर दिया, उनके बिल आ रहे हैं. विद्युत विभाग के कर्मचारी बकाया बिलों की राशि वसूलने के लिए बाइक जब्त कर रहे हैं. यह कौन सा नियम है. इससे लोग खुद को बेइज्जत महसूस कर रहे हैं.
स्थानीय प्रशासन के खिलाफ खड़े नजर आए विधायक
नरसिंहगढ़ से बीजेपी विधायक मोहन शर्मा नवीन औद्योगिक इकाई ज्योलो पैक का भूमिपूजन करने पहुंचे थे. इस दौरान वो आम लोगों और युवाओं की परेशानियों को लेकर इतने भावुक हो गए कि स्थानीय प्रशासन के खिलाफ खड़े नजर आए. मामला उज्जैन के पीलूखेड़ी में चल रहें मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट लिमिटेड क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल द्वारा लघु उद्योगों के लोकार्पण एवं भूमि पूजन का है.
मोहन शर्मा ने 5 मार्च से दी धरने पर बैठने की चेतावनी
इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तो वर्चुअली जुड़े, लेकिन विधायक मोहन शर्मा मंच पर भाषण देते देते भावुक हो गए. उन्होंने उद्योगों में युवाओं को मिले 50 फीसदी रोजगार देने और किसानों के बिजली बिल की मांग को देखते हुए 5 मार्च अनशन पर बैठने की बात कही.
मांग पूरी न होने पर आत्मदाह की धमकी दे दी. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जिला कलेक्टर हर्ष दीक्षित को विद्युत विभाग के शिकायत संबंधी आवेदन भी सौंपा. साथ ही कहा की मैं अभी विधायक हूं और मर्यादित हूं. आमजन और किसानों को विद्युत विभाग परेशान कर रहा है. दो साल पुराने बढ़े हुए वोल्टेज के बहाने से 50-50 हजार रुपये के बिल दिए जा रहे हैं.