मध्य प्रदेश के राजगढ़ में अनोखी बारात निकली. इस बारात में 101 घोड़ों पर सवार दूल्हे, आदिवासी नृत्य, ऊंट व घोड़ों का डांस आकर्षण का केंद्र रहा. बारात में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. इस दौरान कलाकार भगवान शिव, माता पार्वती व राधा-कृष्ण का स्वरूप रखे हुए थे. 101 घोड़ों पर सवार दूल्हे एक जैसी पोशाक में थे. सभी 101 जोड़ों को उपहार में 1 लाख की राशि दी गई.
जानकारी के अनुसार, जिले के सुठालिया कस्बे के निवासी महेश अग्रवाल बंटी भैया पिछले 14 साल से हर वर्ष अपने कस्बे में आयोजन कर इक्कीस या 51 कन्याओं का विवाह कराते रहे हैं. इस वर्ष ब्यावरा में 101 कन्याओं के विवाह का आयोजन किया गया. इसमें पूरे नगर को विवाह व प्रीतिभोज का आमंत्रण दिया गया. इस आयोजन में उन कन्याओं का विवाह कराया गया, जिनके माता-पिता आर्थिक रूप से सक्षम नहीं थे.
इस आयोजन में जिलेभर से हजारों की संख्या में लोग पहुंचे. आयोजक महेश अग्रवाल ने कहा कि यह माता का आशीर्वाद है, जिनकी प्रेरणा से यह आयोजन किया है. आदिवासी नृत्य, ऊंट-घोड़ों का डांस, मध्य प्रदेश के मशहूर बैंड के साथ ब्यावरा शहर में बारात निकली, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए. बारात का शहर में जगह-जगह स्वागत किया गया.
दूल्हे ने कहा कि बहुत अच्छी व्यवस्था है. भाई साहब का धन्यवाद, उन पर माता रानी का आशीर्वाद बना रहे. दुल्हन ने कहा कि ऐसी शादी मैंने कभी नहीं देखी. बहुत ही अच्छी व्यवस्था है. मैंने कभी नहीं सोचा था कि इतने सारे मेहमान आएंगे.
आयोजक बोले- यह ऐतिहासिक कार्यक्रम है
कार्यक्रम के आयोजक सुरजीत सिंह ब्यावरा ने कहा कि आज ऐतिहासिक आयोजन है. 101 कन्याओं का विवाह सामूहिक रूप से किया जा रहा है. ऐसे कई परिवार होते हैं, जो अपनी बच्चियों की शादी करने में असमर्थ होते हैं. आज उनको ऐसा अवसर प्राप्त हो रहा है. सभी रीति-रिवाजों व गाजे-बाजे के साथ उनका विवाह किया जा रहा है. इससे जनता बहुत खुश है. पूरे शहर में विशेष रूप से स्वागत किया जा रहा है.