रतलाम के दीन दयाल नगर थाने में खुद को आग लगाने वाले अजय पंवार की मौत के बाद एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह आरोप लगा रहा है कि आग पुलिसवालों ने लगाई थी. यह बयान सामने आने के बाद पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े हो गए हैं.
21 फरवरी को अजय पंवार नामक युवक डीडी नगर थाने में पहुंचा और मुकेश कटारा व बीजेपी पार्षद अनीता कटारा के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज कराने की मांग की. आरोप है कि पुलिस ने हल्की धाराओं में एफआईआर दर्ज की, जबकि अजय की तीन उंगलियां कट चुकी थीं. इसको लेकर अजय ने नाराज होकर खुद पर पेट्रोल डाल लिया.
आग लगाकर खुदकुशी करने वाले युवका वीडियो वायरल
परिजनों का आरोप है कि अजय ने खुद को आग नहीं लगाई, बल्कि पुलिस ने उस पर आग डाल दी. झुलसने के बाद उसे इंदौर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई.
अजय पंवार की मौत के बाद पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं. एसपी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया है. मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों से मिली हुई थी और बीजेपी पार्षद की गिरफ्तारी नहीं हुई.
मृतक ने पुलिसकर्मी पर लगया आग लगाकर मारने का आरोप
बताया जा रहा है कि अजय पंवार पहले एक ऑटो चालक की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था और 2021 से जमानत पर था. परिवार का कहना है कि जमानत के बाद उसने कोई अपराध नहीं किया, लेकिन पुलिस ने उसके पुराने रिकॉर्ड के कारण उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया.
अब एसआईटी की जांच के बाद ही साफ होगा कि पुलिस दोषी थी या नहीं. लेकिन अजय का मरने से पहले का वीडियो अब पुलिस के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है.