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'पहचान छिपाकर प्रेम फ्रॉड है', बोले इंद्रेश कुमार, पंकजा मुंडे ने कहा- लव इज लव

पंकजा मुंडे मध्यप्रदेश के जबलपुर पहुंचीं थी. इस दौरान उनसे जब लव जिहाद को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि प्यार प्यार है.प्यार कोई दीवार नहीं देखता. उधर, भोपाल में लव जिहाद के सवाल पर संघ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि प्यार के नाम पर हत्या और धर्मांतरण हो रहा है. प्रेम के नाम पर वासना का व्यापार चल रहा है.

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इंद्रेश कुमार और पंकजा मुंडे
इंद्रेश कुमार और पंकजा मुंडे

लव-जिहाद के मुद्दे पर सियासी घमासान मचा हुआ है. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे ने जबलपुर में लव जिहाद से जुड़े सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्यार प्यार होता है. इसका सम्मान किया जाना चाहिए. वहीं, संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने भोपाल में लव जिहाद के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि प्यार के नाम पर हत्या और धर्मांतरण हो रहा है. प्रेम के नाम पर वासना का व्यापार चल रहा है.

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पंकजा मुंडे मध्यप्रदेश के जबलपुर पहुंचीं थी. इस दौरान उनसे जब लव जिहाद को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि प्यार प्यार है.प्यार कोई दीवार नहीं देखता. अगर दो लोग विशुद्ध रूप से प्रेम से एक साथ आए हैं, तो इसका सम्मान किया जाना चाहिए. लेकिन अगर इसके पीछे कुछ कड़वाहट और चालाकी है तो इसे अलग तरह से देखा जाना चाहिए. 

 


दूसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने भी लव जिहाद के मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि आज प्रेम के नाम पर वासना का व्यापार चल रहा है. प्रेम को धूमिल किया जा रहा है. प्यार के नाम पर हत्या और धर्मांतरण हो रहा है और लोगों ने इसे लव जिहाद बताया है. हम प्यार के नाम पर धोखाधड़ी और हिंसा की निंदा करते हैं. 

इंद्रेश कुमार ने कहा,  प्रेम सुपर सोच है. इसमें कई प्रश्न खड़े होते हैं. पहला प्रश्न ये है कि लड़के और लड़की चार बजे तक बात करते हैं और कहते हैं कि हम एक दूसरे के बिना जी नहीं पाएंगे. बीच में ऐसी क्या घटना घटती है कि पता लगता है कि लड़की का कत्ल हो जाता है. सच में ये प्यार है या वासना. राष्ट्र को इसे लेकर सोचना चाहिए. 

 

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इंद्रेश कुमार ने कहा, लड़के लड़की में प्यार होता है, चाहें किसी भी जात-मजहब का हो, लेकिन प्रेम होने के बाद राज खुलता है, तो पता चलता है कि लड़के की असली पहचान दूसरी है. इस तरह धोखे में रखकर प्यार करना, प्रेम है या फ्रॉड या वासना. आरएसएस नेता ने कहा, जब पता भी लग गया, मजहब ये है. हमने लोकतंत्र में तय किया है कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना. तो ऐसा क्या घटता है कि वो उसे कहता है कि अपनी पहचान बदलो. तो क्या पहचान छिपाना, बदलवाना, सच में प्रेम है या मक्कारी है. 

 

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