मध्य प्रदेश के राजगढ़ में कथा करने विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर आए हैं. उन्होंने 'आजतक' से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने कहा कि प्रत्येक सनातनी को चाहिए कि वेद-पुराण और शास्त्र के बताए मार्ग पर चलकर अपने जीवन का कल्याण करें. क्योंकि, मनुष्य जीवन बड़ी मुश्किल से मिलती है.
भगवान ने 84 लाख योनियों में एक बार मनुष्य बनाकर भेजा और हमें अवसर मिला है. मनुष्य योनि में आने के बाद हमारा यह उद्देश्य होना चाहिए कि आचार्य ऋषियों वेद के बताए हुए मार्ग पर चले. सनातनी जागो. श्री राम, श्री कृष्ण और शिव की पूजा करो. इनमें निष्ठा रखो और आगे बढ़ो.
अजमेर शरीफ दरगाह पर सनातनी को नहीं जाना चाहिए
कथा वाचक देवकीनंदन ने कहा, राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह पर एक हिंदू फिल्मी एक्टर दरगाह पर चादर चढ़ाने चली गई. उसकी फिल्म फॉल्प हो गई. क्यों हो गई फिल्म फ्लॉप. क्योंकि, वह तुम्हारा धर्म नहीं है. जो सनातनी होने के बावजूद पीर-पैगंबर की पूजा करते हैं, उन लोगों को वेद निस्ट पूजा करने का भी फल नहीं मिलता. उनको चाहिए इन सब चीजों से बचकर वेद-पुराण स्वीकार करें.
मांस मदिरा पर बैन लगना चाहिए
मांस मदिरा खाता है, तो मैं उससे पूछता हूं तुम अपना मांस खा कर देखो. अपना मांस हम नहीं खा सकते. तो जीव का मांस क्यों खाते. इसलिए खाते हैं, क्योंकि वह बोल नहीं सकता. उसके घर वाले एफआईआर नहीं कर सकते. उन जीवों को भी भगवान ने बनाया है. उन जीवों को जीने का भी पूरा अधिकार है. मैं कहता हूं मदिरा पर बैन लगना चाहिए. कई प्रदेशों में लगा है.
मदिरा से ज्यादा खतरनाक सोशल साइट
सनातनियो को जगाना है. कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराया जाए. जब तक कृष्ण जन्मभूमी मुक्त नहीं हो जाती, सनातनियो को जगाने का प्रयास जारी रहेगा. देवकीनंदन जी ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र, रामराज्य इस पृथ्वी पर सनातनी ही लाएंगे. रामराज्य में कोई दुखी नहीं रहेगा. रामराज्य में कुत्ते तक को न्याय मिला है. मदिरा से ज्यादा खतरनाक सोशल साइट पर चल रही बेव सीरिज है, जहां सनातन के सभी रिश्तों की धज्जियां उड़ाई जा रही है.