तिरुपति मंदिर में लड्डुओं के विवाद के बीच एमपी के सीहोर जिले में प्रसिद्ध देवी धाम सलकनपुर मंदिर परिसर में लड्डुओं पर सवाल उठे हैं. जिसको लेकर मंदिर ट्रस्ट ने प्रस्ताव पास करके कलेक्टर,एसपी को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि लड्डुओं में अजीब तरह की महक आती है. इसको लेकर भक्तों की तरफ से कई बार शिकायतें भी की जा चुकी हैं. ऐसे में ट्रस्ट ने लोगों से लड्डूओं के नहीं खरीदने की अपील की है. साथ ही ट्रस्ट ने प्रशासन से मंदिर परिसर से लड्डूओं की दुकानों को हटाने की अपील की है.
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स्वयं सहायता समूह की संस्था द्वारा बेचा जा रहा है प्रसाद
जानकारी के मुताबिक मंदिर परिसर में लड्डुओं को आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह द्वारा साल 2021 से बेचा जा रहा है. जिसका शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. लड्डुओं के मामले को लेकर समूह की रजनी ने कहा ये गलत है. हमे यहां से हटाया जा रहा है. जिसमें गरीब महिलाएं जुड़ी हुई हैं. जिनका परिवार चलता है. हम साल भर में 12 क्विंटल के लड्डू करीब 12 लाख की लागत के बेच देते हैं. लेकिन अब मंदिर ट्रस्ट की तरफ से दुकान बंद करने को कहा गया है. हम कहां जाए. प्रशासन हमारे लिए व्यवस्था करे.
वहीं, मामले को लेकर सलकनपुर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महेश उपाध्यय ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को पत्र लिखा गया है. स्वयं सहायता समूह की संस्था की तरफ से मंदिर का लोगों लगाकर जो लड्डू बेचा जा रहा है. उसके प्रमाणीकरण की कोई व्यवस्था नहीं है. मंदिर का नाम उस पर जा रहा है. ऐसे में आगे कोई बात होती है तो मंदिर प्रबंधन की जवाबदेही बनेगी.
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एसडीएम ने दिया जांच कराने का आश्वासन
मंदिर प्रांगण में दुकानों में बैठे लोग कांग्रेस के समय के हैं. ऐसे में प्रशासन से पत्र लिखकर इन्हें दूसरी जगहों पर शिफ्ट करने की बात कही गई है. साथ ही प्रसाद में मंदिर का लोगों नहीं इस्तेमाल करने की अपील भी की गई है. इधर मामले को लेकर एसडीएम राधेश्याम बघेल ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि ट्रस्ट ने पत्र लिखा है. लड्डू की गुणवत्ता पर अगर सवाल है तो उसकी खाद्य विभाग को निर्देशित कर जांच कराई जाएगी. वहीं दुकान ट्रस्ट क्षेत्र में आती है तो उसे हटाने का निर्णय ट्रस्ट का अपना है.