मध्यप्रदेश के सिवनी जिले में 2 आदिवासियों की हत्या मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा एक्शन लिया है. उन्होंने सिवनी एसपी कुमार प्रतीक को हटाने के निर्देश दे दिए हैं. साथ ही घटना वाले इलाके की बादलपार थाना चौकी और कुरई थाने के पूरे स्टाफ को भी हटाने को कहा है. वहीं, पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यों का विशेष जांच दल (SIT) बनाने का निर्देश दिया है.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह को गुना जिले के मामले को लेकर सुबह एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें सिवनी की घटना पर भी चर्चा की. सीएम के निर्देशानुसार एसआईटी का भी गठन कर दिया गया है. SIT में राजेश राजौरा, ACD गृह विभाग, अखेतो सेमा, ADG और माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव श्रीकांत भनोट शामिल हैं. यह जांच दल 15 और 16 मई को सिवनी पहुंचकर घटनास्थल का दौरा करेगी और 10 दिनों में रिपोर्ट सौंपेगी.
बता दें कि सिवनी जिले के कुरई थाना इलाके के सिमरिया गांव में 2 और 3 मई की रात दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या की गई थी. यह आरोप लगाया गया कि पीड़ितों के घर पर 15-20 लोगों का एक ग्रुप आ धमका और उन पर गाय की हत्या का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया. इस हमले के घायलों को अस्पताल ले जाने के दौरान 2 लोगों की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य को मामूली चोटें आईं. हत्या के मामले में बजरंग दल और श्रीराम सेना के सदस्यों पर आरोप लगे हैं. पुलिस ने इस मामले में 13 आरोपियों को गिरफ़्तार भी किया है.
वहीं, आदिवासियों की हत्या को लेकर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया. कांग्रेस शुरू से घटना की हाई लेवल जांच और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग करने में जुटी है.
उधर, शनिवार को तड़के गुना जिले में शिकारियों ने 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी. इस मामले में भी सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सख्ती दिखाते हुए ग्वालियर संभाग के आईजी अनिल शर्मा को हटाकर उनकी जगह श्रीनिवास वर्मा को भेज दिया. जबकि शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपए की राशि देने का ऐलान किया है.