श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में आगामी 3 माह के लिए पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया गया है. इस वर्ष कूनो नेशनल पार्क में दो गेट से ही एंट्री दी गई थी, इसमें इस बार कुल 1611 पर्यटक पहुंचे. इनमें 3 विदेशी शामिल थे. अब पार्क में पर्यटकों को एक अक्टूबर से प्रवेश मिल सकेगा. उम्मीद की जा रही है कि कूनो के खुले जंगल में पर्यटकों को चीतों का दीदार हो सकेगा.
कूनो नेशनल पार्क में शुक्रवार को पर्यटन वर्ष समाप्त हो गया है. इसके तहत शासन की गाइडलाइन के मुताबिक देशभर के सभी राष्ट्रीय उद्यानों में प्रवेश प्रतिबंधित रहता है. कूनो पार्क अंतर्गत 2022-23 (1 अक्टूबर 2022 से 30 जून 2023) में कूनो प्रबंधन द्वारा पीपलबाडी और अहेरा गेट को ही खोला गया था. इसमें से 1608 भारतीय पर्यटक समेत 3 विदेशी मेहमानों ने कूनो का भ्रमण किया. हालांकि इस दौरान उन्हें चीता देखने का मौका नहीं मिला.
वर्तमान में कूनो के खुले जंगल में 8 चीते आजाद कर दिए गए हैं, लेकिन उन्हें देखने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा. उम्मीद जताई जा रही है कि जैसे ही 1 अक्टूबर को कूनो नेशनल पार्क के गेट खुलेंगे तो सरकार द्वारा चीतों को देखने के लिए भी गाइडलाइन तैयार कर ली जाएगी.
पर्यटकों के लिए बढ़ाई जा रही हैं सुविधाएं
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. चीतों को खुले क्षेत्र में छोड़ा जा रहा है. पर्यटकों के लिए जिस तरह से कूनो राष्ट्रीय उद्यान के आसपास सुविधाओं में वृद्धि हो रही है और गाइड प्रशिक्षित किए जा रहे हैं, उससे आगामी सत्र में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की संभावना है.
कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा का कहना है कि पार्क में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. यह अच्छी खबर है. आने वाले समय में चीतों को देखने के लिए देशभर के पर्यटक यहां पहुंचेंगे. इस वर्ष दो गेट से प्रवेश दिया गया था.
पांच साल में इस वर्ष आए सबसे ज्यादा पर्यटक
बीते पांच साल में सबसे ज्यादा पर्यटक इस वर्ष आए. इसका सबसे बड़ा कारण चीता ही हैं, जिन्हें देखने का इंतजार अभी खत्म नहीं हुआ है. विगत पांच वर्षों में पर्यटकों की संख्या पर नजर डालें तो वर्ष 2018-19 में 437, 2019-20 में 804, 2020-21 में 903, 2021-22 में 1211 तो इस वर्ष 2022-23 में 1611 पर्यटकों ने कूनो का भ्रमण किया है.