श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में बीते 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा छोड़े गए 8 चीतों को एक सप्ताह पूरा हो चुका है. चीते अपने नए घर कूनो में एडजस्ट होने लगे हैं. चीतों का वायटल पैरामीटर सामान्य है. उन पर तीन नामीबियाई विशेषज्ञों सहित पांच वेटेरियन निगरानी रख रहे हैं.
चीतों को खाने में भैंस का गोश्त दिया जा रहा है. चीते भरपूर नींद लेकर बाड़े में चहलकदमी कर रहे हैं. पार्क प्रबंधन चीतों के सामान्य व्यवहार से संतुष्ट है. चीतों की मॉनीटरिंग नामीबिया से की जा रही है. पार्क प्रबंधन पल पल नजर रखकर रिपोर्ट प्रतिदिन केंद्र सरकार को भेज रहा है.
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कूनो नेशनल पार्क में एक सप्ताह पूर्व नामीबिया से पहुंचे 8 चीते नए माहौल में फिट हो रहे हैं. नामीबिया से आए पांच विशेषज्ञों में से दो विशेषज्ञ तीन दिन पूर्व लौट चुके हैं, लेकिन तीन विशेषज्ञ डॉ. एलाय, डॉ. बाट और डॉ. एना चीतों के स्वास्थ्य से लेकर उनके खान-पान का पूरा ध्यान रख रहे हैं. इन विशेषज्ञों के साथ माधव नेशनल पार्क के वेटेरियन डॉ. ओमकार अचल और डॉ. जीतेन्द्र जाटव भी चीतों की देखभाल कर रहे हैं.
जनवरी 2023 से पर्यटकों के लिए खोला जा सकता है कूनो नेशनल पार्क
यह टास्क फोर्स लगातार कूनो नेशनल पार्क में चीतों के व्यवहार और बदलाव पर नजर रखे हुए है. एक सप्ताह पूरा होने के बाद टास्क फोर्स ने रिपोर्ट बनाना शुरू कर दिया है. टास्क फोर्स की रिपोर्ट पर यह भी तय होगा कि क्वारंटाइन बाड़े से चीतों को बड़े बाड़े और फिर जंगल में खुला कब छोड़ा जाना है. इसके अलावा पार्क में पर्यटन शुरू करने और उसे व्यवस्थित करने का निर्णय भी इसी फोर्स के सदस्य लेंगे. उम्मीद लगाई जा रही है कि चीता देखने आने वाले पर्यटकों के लिए जनवरी 2023 से पार्क खोला जा सकता है.
टास्क फोर्स गठित, चीतों के बदलाव पर रखी जा रही नजर
कूनो नेशनल पार्क में चीतों के बदलाव और व्यवहार पर बारीकी से नजर रखने के लिए केंद्र सरकार द्वारा टास्क फोर्स का गठन किया गया है, जिसमें प्रमुख सचिव वन अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला, एनटीसीए के आइजी डॉ. अमित मलिक, प्रदेश के वन बल प्रमुख आरके गुप्ता, प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान और राज्य वन्य प्राणी बोर्ड के सदस्य अभिलाष खांडेकर शामिल हैं. वहीं वन्यप्राणी मुख्यालय में पदस्थ अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक शुभरंजन सेन को टास्क फोर्स का संयोजक सदस्य बनाया गया है.
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि चीतों में पहले दिन से ही एक्टिवनेस देखी जा रहा है. इनमें 5 मादा और 3 नर चीते हैं, जिन्हें 6 अलग-अलग बाड़ों में रखा गया है. इनमें दो बाड़ों में दो-दो चीते क्वारंटाइन किए गए हैं, जबकि चार बाड़ों में एक-एक चीते को रखा गया है.
कूनो के DFO वर्मा का कहना है कि चीतों के हेल्थ चेकअप से लेकर उन्हें भोजन देने की व्यवस्था में तीन नामीबियाई वेटेरियन और दो माधव नेशनल पार्क के वेटेरियन लगे हैं. कूनो नेशनल पार्क में चीतों को आए एक सप्ताह पूरा हो चुका है. चीते अब धीरे-धीरे यहां के माहौल में एडजस्ट होते दिख रहे हैं.