मध्य प्रदेश के श्योपुर में स्थित कूनो नेशनल पार्क से एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. यहां अब अफ्रीकी चीतों का दीदार करना पर्यटकों के लिए सुलभ होने वाला है. क्योंकि रविवार को दो चीते अग्नि और वायु को पर्यटन जोन पारोंद वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया है. जो अहेरा गेट से प्रवेश करने वाले पर्यटकों को दिखाई दे सकते हैं.
दोनों चीते पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हैं. साथ ही इनकी ट्रेकिंग के लिए चीता मॉनिटरिंग टीम एवं वन परीक्षेत्र की मोबाइल टीम को भी एक्टिव कर दिया गया है. जो उनकी हरकत पर नजर रखेगी. साथ ही चीतों के गले में रेडियो एक्टिव कॉलर आइडी पर लगाई गई है. जिससे चीतों की लोकेशन को ट्रेस किया जा सकेगा.
बता दें, पिछले साल 17 सितम्बर 2022 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर देश को चीता पुर्नस्थापना प्रोजेक्ट की सौगात दी थी. दो चरणों में 20 चीते भारत को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से मिले थे. प्रोजेक्ट चीता खट्टे मीठे अनुभव के साथ आगे बढ़ता रहा, इस दौरान 6 वयस्क एवं 3 शावक बीमारी के चलते मृत्यु का शिकार हो गये.
इसी बीच गले में लगी कॉलर आइडी से हुए संक्रमण और अन्य कारणों के चलते 15 जुलाई तक पार्क के ओपन रेंज में छोड़े गये चीतों को वापस बड़े बाड़े में शिफ्ट करने का सिलसिला शुरू हुआ. 13 अगस्त तक सभी चीते बड़े बाड़े में वापस लाये गये, जिन पर वेटेरियन और चीता विशेषज्ञों की टीम ने कड़ी निगरानी रखी. अब सवा चार महीनों के बाद बड़े बाड़े में रखे गये 14 चीते और एक शावक में से 2 नर चीतों को खुले जंगल में छोड़ दिया गया है.
पर्यटक कर सकेंगे चीतों का दीदार
चीता स्टेयरिंग कमेटी के दिशा निर्देशों के अनुसार रविवार को सीसीएफ एवं वरिष्ठ वन अधिकारियों की मौजूदगी में दोनों चीतों को परोंद वन क्षेत्र में रिलीज किया गया है. पारोंद वन क्षेत्र नेशनल पार्क के अहेरा गेट के अंतर्गत आता है. इसलिए अब इस गेट से आने वाले सैलानियों को रफ्तार के राजा चीतों का आसानी से दीदार हो सकेगा.