मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को दिनभर टैबलेट को लेकर सियासत होती रही. दरअसल, सरकार ने इस साल ई-बजट पेश किया था, जिसके लिए सभी विधायकों को टैबलेट दिए गए. लेकिन कांग्रेस के बड़े नेताओं ने यह कहकर टैबलेट लौटा दिए कि यह चीन में असेंबल हुए हैं. कांग्रेस नेताओं ने इसके साथ ही भाजपा को चीन पर उसकी दोहरी नीति को लेकर जमकर खरी खोटी भी सुनाई.
बुधवार को शिवराज सरकार ने राज्य का बजट पेश किया. इस बार पेपरलेस बजट पेश करना था. लिहाज़ा सभी विधायकों को एप्पल के टैबलेट दिए गए, ताकि वह उस पर बजट डाउनलोड कर सकें, लेकिन टैबलेट मिलने के अगले ही दिन नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सरकार की ओर से मिला टैबलेट लौटा दिया.
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि एक तरफ तो बीजेपी नेता चीन में बने सामान का बायकाट करने की मुहिम चलाते हैं, वहीं दूसरी तरफ चीन में असेंबल हुए टैबलेट बांटते हैं. गोविंद सिंह ने कहा कि चीन ने धोखे से गलवान में हमारे सैनिकों को शहीद किया. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर टैबलेट बांटने में कमीशनखोरी का भी आरोप लगाया.
नेता प्रतिपक्ष के बाद पूर्व सीएम कमल नाथ ने भी लौटाया टैबलेट
नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी टैबलेट वापस कर दिया. टैबलेट लौटाते हुए उन्होंने तीन कारण गिनाए. कमल नाथ ने कहा कि यह विधानसभा की परंपरा के अनुरूप नहीं है. दूसरा कारण यह है कि टैबलेट असेंबल्ड इन चाइना हैं और तीसरा कारण यह है कि उन्हें इस टैबलेट की जरूरत नहीं है.
टैबलेट पर उठे विवाद के बीच बीजेपी ने कांग्रेस पर ही सवाल खड़े कर दिए. बीजेपी नेता और शिवराज सरकार में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि कांग्रेस नेता खुद चीन से चंदा लेकर देश के खिलाफ बयान देते हैं तो अब यह ढोंग क्यों? हालांकि जब उनसे पूछा गया कि मेड इन चाइना के बॉयकॉट का क्या? तो वह बोले कि एप्पल कंपनी है और असेंबल चीन में हुए हैं.