मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तमिलनाडु के कोयंबटूर (त्रिपुर) पहुंचकर स्थानीय बेस्ट कॉर्प फैक्ट्री का अवलोकन किया. CM ने कहा कि तमिलनाडु के इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश के लिए औद्योगिक दृष्टि से विकास की संभावनाओं को साकार करने के संदर्भ में इस इंडस्ट्रियल बेल्ट में दौरा किया है. निश्चित ही यहां के निवेशकों को आमंत्रित करने के अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे. जिसका लाभ निवेशकों और म.प्र. को भी मिलेगा.
CM मोहन यादव ने कहा है कि दक्षिण भारतीय उद्योगपति मध्यप्रदेश में औद्योगिक इकाइयां प्रारंभ कर प्रदेश के द्वारा उद्योगपतियों को प्रदान की जा रही सहूलियतों का लाभ लें. इससे मध्यप्रदेश के लोगों के लिए भी रोजगार के नवीन अवसर सृजित होंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में टेक्सटाइल उद्योग में विकास की बहुत संभावनाएं हैं. यहां जो यूनिट संचालित है उसको देखकर प्रसन्नता हुई है. यह कार्य उन क्षेत्रों के लिए अनुकरणीय है, जहां हमारे युवाओं विशेषकर बहनों को इस तरह के रोजगार की आवश्यकता है. टेक्सटाइल उद्योग रोजगारपरक है. भारत जैसे विशाल भौगोलिक क्षेत्रफल वाले देश में ऐसे उद्योग अनेक प्रांतों के लोगों को रोजगार देते हैं. कई राज्यों से यहां आकर लोग रोजगार पा रहे हैं और देश को समृद्ध बनाने के लिए अपना पसीना भी बहा रहे हैं.
तमिलनाडु की यह औद्योगिक इकाई एक तरह से श्रम मंदिर है, जहां श्रमिकों की अपनी आजीविका भी चलती है और श्रमिक बंधु बधाई के पात्र हैं. उनके द्वारा निर्मित वस्त्रों से दुनिया में भारत की विशिष्ट पहचान बनती है.
सीएम यादव ने कहा कि बेस्ट कॉर्प संस्थान द्वारा उज्जैन में भी इकाई स्थापित की गई है, प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी ऐसी इकाइयां लगें, इसके प्रयास किए जाएंगे. तमिलनाडु के अन्य निवेशकों को भी मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया जा रहा है. मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने प्रमुख उद्योगपतियों के साथ रात्रि भोज के दौरान भी निवेश संबंधी चर्चा की.
इंटरेक्टिव सत्र में CM देंगे निवेश प्रोत्साहन नीति की जानकारी
मुख्यमंत्री कोयम्बटूर में इन्वेस्ट एमपी इंटरेक्टिव सत्र में उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश सरकार की निवेश प्रोत्साहन, नवाचार और सतत् विकास की गतिविधियों की जानकारी देंगे. इसके साथ ही टेक्सटाइल एवं गारमेंट, इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में निवेश के लिए उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे. CM उद्योगपतियों से रू-ब-रू चर्चा भी करेंगे. इस अवसर पर मध्यप्रदेश के 'एक जिला एक उत्पाद' से संबंधित प्रदर्शनी लगाई जाएगी.