State of the States Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित इंडिया टुडे स्टेट ऑफ स्टेट्स मध्य प्रदेश इवेंट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अक्षय ऊर्जा से लेकर पर्यावरण तक, प्रदेश सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों की चर्चा की. उन्होंने सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और अक्षय ऊर्जा को लेकर सरकार के प्रयासों पर ऊभी चर्चा की. उन्होंने ये दावा किया कि मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट के साथ-साथ लेपर्ड स्टेट भी बनाने में हमने सफलता पाई.
शिवराज सिंह चौहान ने भोजन की ही तरह पेड़ लगाने को भी जरूरी बताया और कहा कि हमने लोगों से जन्मदिन, मैरिज एनिवर्सरी या पूर्वजों की स्मृति में पेड़ लगाने की अपील की और लाखों पेड़ लग गए. उन्होंने कोरोना के दौरान मध्य प्रदेश का चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने और उस दौरान चुनौतियों की चर्चा की. हमने सामान्य तौर पर विकास किया. चंबल के बीहड़ में हमने डकैत तो रहने नहीं दिए, अब अटल एक्सप्रेस-वे पर काम किया. इसके किनारे टाउनशिप और इंडस्ट्रियल क्लस्टर होंगे.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने नई टाउनशिप के लिए भोपाल और इंदौर के समीप जमीन भी चिह्नित कर ली है. महाकाल के दर्शन करने आने वाले एयरपोर्ट से सीधे कार में बैठकर दर्शन करने जा सकें. उन्होंने कहा कि हमारा फोकस शिक्षा पर है. हर 20-25 गांव के बीच में बेहतर सुविधाओं से लैस स्कूल सीएम राइज के तहत खोल रहे हैं. शिवराज ने कहा कि मैं किसी भाषा का विरोधी नहीं लेकिन अंग्रेजी की वजह से काफी बच्चे पिछड़ जाते हैं. हम गांधी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की शिक्षा हिंदी में उपलब्ध कराएंगे.
गुड गवर्नेंस के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए भी हमने कई प्रयास किए. साइकिल के लिए पैसा देंगे तो ई-वाउचर देंगे जिससे वो साइकिल ही खरीद पाएगा, दूसरी चीज नहीं. उन्होंने मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था की चर्चा करते हुए कहा कि देश की जीडीपी में सूबे का योगदान चार फीसदी से अधिक हो गया है. रोजगार के अवसर भी सृजित हुए हैं.
शिवराज सिंह चौहान ने दावा किया कि मध्य प्रदेश में शासकीय सेवाओं में एक साल में एक लाख रोजगार दिए गए हैं. मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से लेकर केंद्र तक की योजनाएं हैं. उन्होंने कहा कि हमने स्वरोजगार के तहत कम से कम ढाई लाख रोजगार के अवसर देने का लक्ष्य रखा था. हम इसके तहत बच्चों को ट्रेंड कर रहे हैं. स्किल्ड मैन पॉवर तैयार कर रहे हैं. शिवराज ने आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की चर्चा करते हुए कहा कि हमने एक साल में सभी योजनाओं को मिलाकर 25 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा है.
रेवड़ी कल्चर पर कही ये बात
शिवराज ने रेवड़ी कल्चर को लेकर कहा कि वोट लेने के लिए ये भी फ्री में ले लो, वो भी फ्री में ले लो. ये ठीक नहीं है. हमारा मानना है कि सबसे नीचे के व्यक्ति का भी हमारे संसाधनों पर हक है. उसे बुनियादी सहयोग दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मकान बनवाना, भोजन उपलब्ध कराना, इलाज कराने के लिए सहयोग देना रेवड़ी कल्चर नहीं है. जलभराव को लेकर सवाल पर सीएम शिवराज ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना था, केवल साढ़े सात लाख हेक्टेयर में सिंचाई की व्यवस्था थी. हम इसे 45 लाख पर लेकर आए हैं, 65 लाख हेक्टेयर पर ले जाने का लक्ष्य है.
उन्होंने कहा कि जब डैम पर सीमा से अधिक जल भरा था, ये खबर आते ही हमने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से बात की. एक्सपर्ट्स से बात कर हमने ये तय किया कि एक कट लगाकर अतिरिक्त पानी सुरक्षित तरीके से निकाल दिया जाए. हमारे लिए जनता की जिंदगी सबसे महत्वपूर्ण है. सभी बांध सुरक्षित हैं. हम पूरी तरह से मॉनिटरिंग कर रहे हैं. सभी बांध सुरक्षित हैं.
बरसात के बाद होगा उज्जैन कॉरिडोर का लोकार्पण
उज्जैन में कॉरिडोर को लेकर एक सवाल पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कॉरिडोर बनकर तैयार है. बरसात के बाद इसका लोकार्पण होगा. उन्होंने कहा कि हमने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसका लोकार्पण करने का निवेदन किया है. जल्द ही ये श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा.
नरोत्तम मिश्रा से मिल रही टक्कर के संबंध में शिवराज ने कहा कि वे हमारे विश्वस्त सहयोगी हैं. यहां कोई ऐसी-वैसी बात नहीं है. उन्होंने चुनाव के दौरान 'माफ करो महाराज, हमारा नेता शिवराज' का नारा और फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ सरकार चलाने को लेकर सवाल पर कहा कि प्रेम से तो पत्थर पिघल जाता है. हम समरसता के साथ काम कर रहे हैं.
संसदीय बोर्ड से बाहर होने पर क्या बोले शिवराज
शिवराज ने संसदीय बोर्ड से बाहर किए जाने पर कहा कि हम बड़ा लक्ष्य लेकर राजनीति करते हैं. कल को दरी बिछाने का काम दे दिया जाए तो वो भी राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का कार्य समझकर उसे भी सहर्ष करूंगा. जो टीम बनी है, पूरे देश का प्रतिनिधित्व है और इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का हृदय से आभारी हूं. उन्होंने किसानों को लेकर सरकार की योजनाएं बताते हुए कहा कि हमने सोयाबीन की खराब फसल के लिए सात हजार करोड़ से अधिक किसानों के खाते में डाले थे. उन्होंने एमएसएमई को लेकर सरकार के रोडमैप की भी चर्चा की.
बुलडोजर मामा के सवाल पर क्या बोले शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मामा तो अब भी हूं. उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री बना था, डकैत खौफ का पर्याय थे. हमने तभी संकल्प लिया था कि या तो यहां डकैत रहेंगे या शिवराज रहेगा. हमने इस समस्या का समाधान किया. सिमी को, नक्सल समस्या को पनपने नहीं दिया. शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार सज्जनों के लिए कोमल और अन्य के लिए वज्र से भी कठोर है. हम दबंगों से अवैध कब्जा हटाकर गरीबों की सुराज कॉलोनी बसा रहे हैं. इसमें बुलडोजर चल जा रहा तो इसमें गलत क्या है.
निकाय चुनाव के परिणाम और कांग्रेस की ओर से हमले को लेकर शिवराज ने कहा कि कमलनाथ और दिग्विजय सिंह अपनी चिंता करें. वे हमारे मित्र हैं और हम बिलो द बेल्ट जाकर राजनीति नहीं करते. उन्होंने कहा कि वे भी अपना काम करें, हम अपना काम करें. निकाय चुनाव में कुछ जगह हार गए तो उसको भी स्वीकार करें और आगे जीत के लिए काम करें.
एक तरफ मामा शिवराज और दूसरी तरफ पीसीएस की भर्ती नहीं आने से जुड़े सवाल पर शिवराज ने कहा कि हम गरीब बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए मेधावी विद्यार्थी योजना की चर्चा की. लंबित भर्तियों को लेकर उन्होंने कहा कि कुछ भर्तियां कोर्ट के फैसलों के कारण लटकी थीं. अब ये धीरे-धीरे हो रही हैं. शिवराज ने अपने कार्यकाल में हुई भर्तियां गिनाईं और कहा कि हम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे.
बिहार में सत्ता परिवर्तन पर क्या बोले
शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के हालिया सियासी घटनाक्रम पर कहा कि बीजेपी ने उन्हें पूरा सम्मान दिया था. छोटी पार्टी होने के बावजूद मुख्यमंत्री बनाया था. उन्होंने कहा कि नीतीश के मन में क्या आया, ये वही जानें. ये अवसरवाद का निकृष्टतम उदाहरण है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जनता भी नीतीश कुमार को सबक सिखाएगी. नीतीश के मोदी के खिलाफ पीएम फेस होने से संबंधित सवाल पर उन्होंने कहा कि मोदी कई मामलों में आज दुनिया को लीड कर रहे हैं.
राहुल गांधी में नहीं दिखती परिपक्वता
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि मैं किसी से नहीं डरता. फिर सामने भी नहीं आते. उन्होंने कहा कि मुझे राहुल गांधी में राजनीतिक परिपक्वता नहीं दिखती. शिवराज ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा से जुड़े सवाल पर कहा कि बड़े मिशन का हिस्सा हूं. मेरी भूमिका क्या होगी, ये पार्टी तय करेगी.