मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में परीक्षा में नकल कराने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जहां भीमपुर विकासखंड के कासमारखण्डी परीक्षा केंद्र में 25 फरवरी को हुई कक्षा 5वीं की बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी पर तैनात शिक्षिका ने छात्रों को खुलेआम नकल कराई. इस दौरान किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
वीडियो सामने आते ही जिला प्रशासन हरकत में आया. बैतूल कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए. जांच में आरोप सही पाए जाने पर प्राथमिक शिक्षिका संगीता विश्वकर्मा को निलंबित कर दिया गया. जनजाति कार्य विभाग की सहायक आयुक्त शिल्पा जैन ने बताया कि शिक्षिका ब्लैकबोर्ड पर गणित के प्रश्नों के उत्तर लिखकर बच्चों को नकल करवा रही थीं.
टीचर ने 5वीं क्लास के बच्चों को कराई नकल
निलंबन मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1966 के तहत किया गया है. इसके अलावा, परीक्षा केंद्र अध्यक्ष और सहायक केंद्र अध्यक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. प्रशासन ने संकेत दिया है कि यदि जांच में और गंभीर लापरवाही सामने आती है, तो एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.
इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों को सख्त चेतावनी दी है कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की नकल कराना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साथ ही परीक्षा केंद्रों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
शिक्षिका संगीता विश्वकर्मा को निलंबित किया गया
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तीखी प्रतिक्रिया आ रही है. कुछ लोग इसे शिक्षा व्यवस्था के लिए शर्मनाक बता रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए शिक्षकों को जवाबदेह बनाना जरूरी है.