बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए प्रदेश में शुरू किए गए सीएम राइज स्कूल की कक्षा में 2 शिक्षिकाओं द्वारा नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ने लगा है. मामला राजधानी भोपाल के राइज स्कूल का है. यहां हिंदू संगठनों के भारी विरोध के बाद शिक्षा मंत्री दोनों शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं.
दरअसल, एमपी के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के सुधार, गुणवत्ता और अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर के मकसद से प्रदेशभर में सीएम राइज स्कूल शुरू किए गए थे. अब भोपाल के जहांगीराबाद में बने एमपी के पहले मॉडल CM राइज रशीदिया स्कूल का एक वीडियो सामने आया है. वीडियो में टीचर क्लास रूम में नमाज पढ़ती नजर आ रही हैं.
स्कूलों में इस प्रकार की गतिविधि नहीं करना चाहिए
वीडियो सामने आते ही राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने ट्वीट कर लिखा कि बच्चों की पढ़ाई के मूल कार्य रोककर स्कूलों में इस प्रकार की गतिविधि नहीं करना चाहिए. आयोग द्वारा संज्ञान लेकर सम्बंधित अधिकारियों को नोटिस भेजकर कार्रवाई की जा रही है.
शिक्षा के मंदिर में नमाज पढ़ना सरासर गलत
दूसरी तरफ हिंदू संगठनों ने भी स्कूल में नमाज पर आपत्ति जताई है. संस्कृति बचाओ मंच के अध्यक्ष चंद्र शेखर तिवारी का कहना है कि शिक्षा के मंदिर में नमाज पढ़ना सरासर गलत है. अगर ऐसा है तो संस्कृति बचाओ मंच मध्य प्रदेश के हर एक सरकारी स्कूल में हनुमान चालीसा का पाठ करवाएगा.
स्कूल के प्राचार्य ने शिक्षिकाओं को नोटिस भेजकर जवाब मांगा
मामला सामने आते ही शिक्षा विभाग हरकत में आया और स्कूल के प्राचार्य को निर्देशित किया. साथ ही जांच के लिए टीम भेजी. स्कूल के प्राचार्य केडी श्रीवास्तव ने दोनों शिक्षिकाओं को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है कि सरकारी स्कूल और शैक्षणिक गतिविधियों की जगह नमाज क्यों पढ़ी गई.
राजधानी के सरकारी स्कूल और वह भी सीएम राइज जैसे स्कूल में क्लासरूम के अंदर नमाज पढ़ने का मामला सामने आया तो सरकार की किरकिरी हुई. खुद स्कूल शिक्षा विभाग के मंत्री ने संज्ञान लिया और आजतक से बात करते हुए बताया कि शिक्षकों पर कार्रवाई होगी. बता दें कि सीएम राइज स्कूल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है.