MP News: इंदौर में युगपुरुष धाम आश्रम में पिछले दो दिनों में तीन बच्चों की मौत हो गई, जबकि 12 बीमार पड़े हुए हैं. बीमार बच्चों को महाराजा यशवंतराव अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
एडीसीपी आलोक कुमार शर्मा ने पहले बताया कि मल्हारगंज थाना इलाके के श्री युगपुरुष धाम के बाल आश्रम में रहने वाले करण (12), आकाश (7) और शुभ (8) की सोमवार और मंगलवार को मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इन मौतों का सही कारण पता चलेगा.
इंदौर के अधिकारियों के अनुसार, अनाथ और मानसिक बीमारियों से पीड़ित बच्चों सहित 200 से अधिक बच्चों को आश्रय गृह में रखा गया है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक यादव ने बताया कि आश्रय गृह के 12 बच्चों को उल्टी और दस्त की शिकायत के साथ सरकारी महाराजा यशवंतराव अस्पताल (MYH) में भर्ती कराया गया था.
उन्होंने बताया कि शरीर में पानी की कमी के कारण दो बच्चों की हालत गंभीर है. उन्होंने बताया कि सभी बीमार बच्चे 14 साल से कम उम्र के हैं.
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने बच्चों के बारे में जानकारी लेने के लिए एमवायएच का दौरा किया. सिंह ने कहा, "डॉक्टरों के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह फूड पॉइजनिंग का मामला प्रतीत होता है.
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में डॉक्टरों और खाद्य विभाग के अधिकारियों की एक टीम को जांच के लिए बाल आश्रम भेजा गया है.
एक अधिकारी ने कहा कि एनजीओ की ओर से संचालित इस आश्रय गृह में मरने वाले 12 वर्षीय बच्चे को दिमागी दौरा पड़ा था और संदेह है कि फूड पॉइजनिंग से उसकी मौत का कोई संबंध नहीं है. तीन बच्चों की मौत से मचे बवाल के बाद प्रशासन के विभिन्न विभागों की एक संयुक्त टीम बाल आश्रम पहुंची और जांच शुरू की.
टीम का नेतृत्व करने वाले अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि बाल आश्रम में रखे गए 204 बच्चों में से पिछले 48 घंटों में तीन की मौत हो गई है. उन्होंने कहा कि आश्रय गृह की विस्तृत जांच चल रही है. अगर जांच में इसके संचालकों की ओर से कोई लापरवाही पाई जाती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि खाद्य विभाग की टीम ने आश्रम से भोजन और राशन के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेज दिए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि श्री युगपुरुष धाम के प्रबंधन ने बाल कल्याण समिति को पत्र लिखकर दावा किया है कि आश्रम में रहने वाले दस लोगों को 'रक्त संक्रमण' है. हालांकि, प्रशासन ने अभी तक प्रबंधन के दावे की पुष्टि नहीं की है.