मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक गांव में रविवार को एक बाघ ने एक व्यक्ति को मार डाला और दो अन्य को घायल कर दिया. इसके बाद गांव में हिंसक प्रदर्शन हुआ जिसमें एक पशु चिकित्सक घायल हो गया और 6 सरकारी वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.
अधिकारी ने कहा कि पेंच टाइगर रिजर्व (PTR) के पशु चिकित्सक अखिलेश मिश्रा को इलाज के लिए संभागीय मुख्यालय जबलपुर ले जाया गया, जबकि बाघ के हमले में घायल दो लोगों को अस्पताल ले जाया गया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह मरावी ने बताया कि पुलिस बलों को पीटीआर के बफर क्षेत्र के करीब गोंडे गांव में ले जाया गया, जहां लाठियों और लोहे की छड़ों से लैस स्थानीय लोग बाघ पर हमला करने के लिए तैयार थे, जिसके बारे में उनका दावा था कि वह चारों ओर छिपी हुई थी.
बाघ ने किया हमला
PTR के उप निदेशक रजनीश सिंह ने कहा कि बाघ ने चुन्नीलाल पटले (55) को उस समय मार डाला जब वह अपने घर के पीछे शौच कर रहा था. अधिकारियों ने कहा कि आदमी के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे. स्थानीय लोगों ने वन अधिकारियों पर इलाके में जंगली जानवरों पर नजर नहीं रखने का आरोप लगाते हुए विरोध किया.
ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों पर उतारा गुस्सा
उन्होंने कहा कि खेत में छिपे बाघ ने छलांग लगाई और दो और लोगों को नोंच डाला, जिससे ग्रामीण और भी नाराज हो गए. एएसपी मरावी ने कहा कि जब वन अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने लगभग 6 वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया और पशु चिकित्सक पर लाठियां बरसाईं, जिसके सिर में चोटें आई हैं.
बाघ को पकड़ने की कोशिश जारी
इस बीच, पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर घटनास्थल पर पहुंचे. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बाघ को भगाने या पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है.