मध्य प्रदेश के पचोर नगर पालिका में बीजेपी ने बहुमत हासिल करते हुए 15 में 8 सीटों पर जीत दर्ज की है, लेकिन यहां कांग्रेस को भी फायदा हुआ है. इसी नगर परिषद में ममता सीताराम लहरी और रामकुमार दामोदर लहरी ने भी जीत दर्ज की है.
ये देवरानी और जेठानी की जोड़ी कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर मैदान में उतरी थीं और जनता ने दोनों को ही जीत दिलाकर पार्षद बना दिया.
बता दें कि रामकुमार दोमोदर कुंवर और ममता दोनों देवरानी-जेठानी हैं. यहां रामकुंवर ने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी अनीता को 3 मतों से हराया है, जबकि ममता ने बीजेपी की उम्मीदवार रजनी को शिकस्त दी.
जीत के बाद लहरी परिवार में जमकर जश्न मनाया जा रहा है. यहां बता दें कि परिवार में ही शामिल सुनीता लहरी को भी इस चुनाव में जीत मिली है. हालांकि वह वार्ड नंबर 11 से निर्दलीय चुनाव लड़ रही थी और उन्होंने इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी सोन कुंवर के खिलाफ 224 मतों के अंतर से जीत हासिल की. इस सीट से पूर्व नगरपरिषद अध्यक्ष को हार मिली है.
वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ी अनामिका यादव अध्यक्ष बनने के बाद इस बार फिर निर्दलीय चुनाव लड़ी, लेकिन इस बार जनता ने उन्हें नकार दिया और वह चुनाव हार गईं.
इसके अलावा अनामिका यादव के पति पंकज यादव भी वार्ड नंबर 6 से निर्दलीय चुनाव लड़े थे, लेकिन वो हार गए. वार्ड नंबर 3 से पंकज यादव की मां भी चुनाव लड़ी थी और उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. बता दें कि परिवार के तीनों सदस्य निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे थे.