मध्य प्रदेश के उज्जैन में कांग्रेस विधायक महेश परमार एसडीएम और प्रशासनिक अफसरों के हाथ जोड़ते और पैर पड़ते नजर आए. मामला उज्जैन की सिंहस्थ भूमि में मकानों को तोड़ने से जुड़ा हुआ है.
दरअसल, शहर स्थित गुलमोहर कॉलोनी सहित ग्यारसी नगर, रामनगर सहित अन्य क्षेत्रों को सिंहस्थ क्षेत्र का बताकर प्रशासन ने लोगों को गिराने हटाने का नोटिस दिया था. इसके विरोध में लोगों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया.
खरी-खोटी सुनाई, हाथ जोड़े और पैर भी पड़े
इसी दौरान कांग्रेस विधायक महेश परमार ने रहवासियों का पक्ष लेते हुए अफसरों को उनके आशियाने हटाने को लेकर खरी-खोटी सुनाई. इसके बाद उनके हाथ जोड़े. इतना ही नहीं विधायक ने अफसरों के पैर भी पड़े और गरीबों को उनके घर में रहने देने की बात कही.
1 साल पहले भी नोटिस दिए गए थे
मामले में एसडीएम कल्याणी पांडे ने कहा कि 1 साल पहले भी मकान गिराने के लिए नोटिस दिए गए थे. एक से डेढ़ महीने पहले फिर से फाइनल नोटिस दिया गया था. इसके बाद रविवार को नगर निगम द्वारा मुनादी भी करवाई गई.
मकान टूट जाएंगे तो बच्चे कहां जाएंगे
लोगों का कहना है कि हमने मेहनत करके मकान बनाए हैं. अब इन्हें तोड़ा जा रहा है. एक-एक रुपया जोड़कर हमने मकान बनाया था. मकान टूट जाएगा तो हमारे बच्चे कहां जाएंगे.