मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती (Uma Bharti) का प्रदेश में लागू होने वाली नई शराब नीति पर हमला लगातार जारी है. उमा साफ कर चुकी हैं कि नई शराब नीति ऐसी हो कि प्रदेश के लोगों को शराब के नशे में डूबने से बचाया जा सके. इसके लिए वह लगातार आंदोलन भी कर रही हैं लेकिन रविवार को उन्होने ट्वीट कर लिखा कि उनके प्रयासों से डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट घबरा गया है और उनपर हमले कर रहा है.
उमा भारती ने ट्विटर पर लिखा, ''मैं व्यग्रता से नई शराब नीति की प्रतीक्षा कर रही हूं. तब तक डर्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट मेरे ऊपर खूब पत्थरबाजी करवा रहा है ताकि बात की धार कम की जा सके.
मैं तो मध्यप्रदेश को शराब में बहने से बचाने के लिए कुछ भी झेल लूंगी. शराब माफ़िया कितना ताक़तवर है इसका अंदाज लगाते रहिए. मेरे दिए हुए संशोधनों (परामर्श) से बहुत कम जो राजस्व की हानि होगी तो उसकी जगह शराब पीने के दुष्परिणाम- हिंसा, हत्या, झगड़ा, छेड़खानी, दुष्कर्म जरा इनके बारे में सोचिये.
शराब वितरण के नियंत्रण से पूरे राजस्व की हानि की कई गुना ज्यादा वसूली हो सकती है. मध्यप्रदेश रेतीली नदियों का राज्य है. वैज्ञानिक तरीके से किए गये रेत खनन को वैध कर दीजिए और कठोरता से अवैध रेत खनन को रोकने की हिम्मत जुटाइये.
आपको याद होगा लगभग 2 साल पहले मैंने शिवराज जी की निजी जीवन की अच्छाइयों का वर्णन करते हुए एक लेख लिखा था. मैं आज भी उसपर कायम हूं. आश्चर्य यही है कि शिवराज जी अपनी निजी जीवन की अच्छाइयों को अपनी योजनाओं के द्वारा धरातल पर क्यों नहीं ला पा रहे हैं. शीघ्र ही घोषित होने वाली नई शराबनीति शिवराज जी की सबसे बड़ी परीक्षा है.''
बता दें कि उमा भारती लंबे समय से मध्यप्रदेश में शराबबंदी की मांग करती आ रही हैं. यही नहीं, शराब की दुकान के सामने वह तीन दिन तक हाल ही में धरने पर बैठी रही थीं. भोपाल में शराब की दुकान पर पत्थर मार उन्होंने विरोध जताया था, तो वहीं हाल ही में ओरछा में उमा भारती ने शराब की दुकान पर गायों को बांधकर मधुशाला में गौशाला खोल दी थी.