उमरिया जिले में कुत्ते की स्वामी भक्ति का अनोखा मामला सामने आया है. जहां विश्वप्रसिद्ध बांधव गढ़ टाइगर रिजर्व के समीप गांव भरहुत में मालिक को बचाने के लिए पालतू जर्मन शेफर्ड कुत्ता बाघ से भिड़ गया. पालतू जर्मन शेफर्ड का रौद्र रूप देखकर बाघ जंगल की ओर भाग गया और मालिक की जान बच गई. हालांकि, बाघ के हमले में घायल कुत्ते की मौत हो गई.
घटना 26 फरवरी की बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक विश्वविख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से लगे समीप गांव भरहुत में शिवम बड़गैया अपने पालतू जर्मन शेफर्ड कुत्ते के साथ घर के बाहर बाहर घूम रहे थे. तभी जंगल से बाहर आकर बाघ गांव में घुस गया. इस दौरान शिवम बड़गैया के ऊपर बाघ ने हमला करने का प्रयास किया. लेकिन कुत्ते ने अपनी स्वामीभक्ति का परिचय देते हुए बाघ को ललकारा और तेज आवाज में भौंकना शुरू कर दिया.
पहली बार तो कुत्ते का भौंकना सुनकर बाघ रुक गया लेकिन कुछ देर बाद बाघ युवक को छोड़कर कुत्ते की ओर दौड़ा और कुत्ते को अपने जबड़े में दबाकर गांव के बाहर ले गया. हालांकि इस दौरान कुत्ते ने भी बाघ से लड़ने और खुद के बचाव का प्रयास किया और थक हार कर बाघ ने कुत्ते को छोड़ना ही उचित समझा. इसके बाद बाघ जंगल की ओर लौट गया.
हालांकि, बाघ के हमले से कुत्ता गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसके बाद कुत्ते के मालिक शिवम बड़गैया ने उसका उपचार जिला मुख्यालय लाकर पशु चिकित्सक से कराया. लेकिन कुछ ही घंटे बाद उसकी मौत भी हो गई. कुत्ते के इस अदम्य साहस की घटना को जिसने भी सुना उसकी बहादुरी को सलाम किया है.