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बाजार में धनतेरस जैसा माहौल...ऑटोमोबाइल सेक्टर में करोड़ों का कारोबार, ग्वालियर मेले से बिके 1000 वाहन, गुना में 84 ट्रैक्टर

Ramlalla pran pratishtha: वाहनों की बिक्री की वजह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े शुभ मुहूर्त को माना जा रहा है. इस शुभ अवसर पर वाहनों की भारी डिमांड आई है.

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ग्वालियर मेले में वाहनों की बिक्री.
ग्वालियर मेले में वाहनों की बिक्री.

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर देशभर में दीपावली जैसा माहौल है. बाजार में धनतेरस जैसा उछाल है. ग्राहकों ने बड़े शुभ मुहूर्त में खरीदी करने के लिए बड़े पैमाने पर बुकिंग कराई है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर व्यापार मेले में सोमवार शाम तक करीब एक हजार दो पहिया और चार पहिया वाहनों की बुकिंग हो चुकी है. इसके अलावा गुना शहर में ऑटामोबाइल डीलर्स खबर लिखे जाने तक 111 चार पहिया वाहन, 409 दो पहिया वाहन और 84 से ज्यादा ट्रैक्टरों की बुकिंग कर चुके हैं. 

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वाहनों की बिक्री की वजह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े शुभ मुहूर्त को माना जा रहा है. इस शुभ अवसर पर वाहनों की भारी डिमांड आई है.

उधर, ग्वालियर व्यापार मेले में वाहनों को विशेष छूट मिलती है, ऐसे में दोनों वजहों से वाहनों की रिकॉर्ड तोड़ बुकिंग और बिक्री हुई है. इसके चलते ऑटोमोबाइल कंपनियों की एक ही दिन के भीतर चांदी हो गई है. 

बता दें कि देश के प्रतिष्ठित ग्वालियर व्यापार मेले में अब गैर-परिवहन वाहनों की खरीद पर लाइफ टाइम मोटर व्हीकल टैक्स पर 50% फीसदी छूट मिल रही है. इसमें बाइक, कार और निजी उपयोग के लिए ओमनी बस और हल्के परिवहन वाहन जैसे छोटे लोडिंग वाहन शामिल हैं. 

अयोध्या में रामलला के विराजमान होने की शुभ घड़ी में शहरों और गांवों में घर घर भगवा ध्वज लगाए गए हैं. बाजार में रामराज्य के ध्वज फहराए गए हैं. दीपावली के अवसर पर सजने वाले बाजार जनवरी में सज धजे हैं. भीड़ ही भीड़ ही नजर आ रही है. 

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शहरों के मंदिरों पर धार्मिक कार्यक्रम और भंडारे आयोजित हो रहे हैं. प्रसाद वितरण के लिए 500 क्विंटल से ज्यादा मिठाई तैयार की गई है. अकेले गुना और ग्वालियर शहर के 350 मंदिर समेत दोनों जिलों के मंदिरों में लाइटिंग और आतिशबाजी की व्यवस्था की गई है. पूरा शहर फूलों, भगवा पताकाओं और रंगोलियों से सजाया गया है. 

डिलीवरी की डिमांड  
उधर, गर्भवती माहिलाएं भी 22 जनवरी के शुभ मुहूर्त को ऐतिहासिक बनाना चाहती हैं. डॉक्टर्स ने बताया कि ऐसी कुछ माहिलाएं हैं जिन्होंने अपने पतियों की सहमति से 22 जनवरी की डिलीवरी डेट चुनी है. डिलीवरी के लिए ऑपरेशन कराने को तैयार हैं. परिवार में नए मेहमान के आगमन के लिए सिजेरियन कराने की इच्छा जाहिर की है. ऐसी कई प्रसूताएं हैं जो डिलीवरी की तय तारीख से दो हफ्ते पहले बच्चे को जन्म देना चाहती हैं. हालांकि, जच्चा बच्चा की सुरक्षा को देखते हुए डिलीवरी कराने का अंतिम फैंसला डॉक्टर्स के हाथ में रहेगा.

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