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बहन काट रही थी खेत में घास, DSP भाई ने पैर छूकर लिया आशीर्वाद; बोले- हमारे लिए जिम्मदारियों के बोझ में दबी रहीं

DSP Santosh Patel: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पदस्थ डीएसपी संतोष पटेल अक्सर अपने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं. कभी वह अपनी मां से बात करते नजर आते हैं, तो कभी वह किसी बुजुर्ग महिला की मदद करते नजर आते हैं. इस बार DSP ने खेत में घास काट रही अपनी बहन से बात करते हुए एक वीडियो शेयर किया है.

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DSP संतोष पटेल खेत में घास काट रही बहन से मिलने पहुंचे.
DSP संतोष पटेल खेत में घास काट रही बहन से मिलने पहुंचे.

DSP Santosh Patel: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पदस्थ डीएसपी संतोष पटेल अक्सर अपने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं. कभी वह अपनी मां से बात करते नजर आते हैं, किसी दिन वह किसी बुजुर्ग या बच्चों की मदद करते नजर आते हैं. डीएसपी ने खेत में घास काट रही अपनी बहन और भांजी से बात करते हुए एक वीडियो शेयर किया है. भाई और बहन के बीच स्थानीय भाषा में हुई बातचीत को काफी पसंद किया जा रहा है.

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दरअसल, एमपी पुलिस के अधिकारी संतोष पटेल सिविल ड्रेस में अपनी बहन के ससुराल गए हुए थे. लेकिन बहन घर पर नहीं मिली तो वह सीधे उसके खेत में पहुंच गए. जहां पुलिस अधिकारी की बहन अपनी बेटी के साथ पशुओं के लिए घास काट रही थीं. 

अपने भाई को अचानक खेत में देख बहन चौंक गई. पहले तो डीएसपी साहब ने उनके पैर छुए और हालचाल पूछा और फिर बहन से भांजे-भांजियों की पढ़ाई लिखाई के बारे में पूछा. साथ ही बहन से भी पूछ लिया कि कितने तक पढ़ी हो? जवाब में बहन ने बताया कि कभी स्कूल ही नहीं गई. हां, नाम लिखना जरूरत आता है. 

सरसों के खेत में अपनी बहन और भांजी से बातचीत का यह वीडियो डीएसपी संतोष पटेल ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया है. लिखा है,''हंसिया की जगह कलम उठाई थी..आज भी हंसिया चला लेते हैं लेकिन बहन जी कलम नहीं चला पाती. एक उमर होती है पढ़ाई लिखाई की. जो निकल जाये तो दोबारा नहीं आती है. एक उमर होती है संभलने के लिए और शिक्षा पर्याप्त है क़िस्मत बदलने के लिए. बंदूक की गोली से ज़्यादा ताकत कॉपी-कलम-किताब में है.''

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डीएसपी ने बताया ''ये मेरी बड़ी बहन हैं जो बचपन से ही जिम्मदारियों के बोझ में दबी रहीं और हम लोगों की पढ़ाई के लिए अपना सारा तन-मन खेतों में लगा दिया. बाल विवाह से लेकर बहुत से कष्ट सहने के बाद भी आज मज़बूत हौसले उनके हमें मोटिवेट करते हैं. कभी स्कूल नहीं गईं लेकिन भाइयों को पढ़ाने के लिए रोटी बनाकर देती थीं. आज हम लोगों ने भांजी व भांजे को पढ़ाने के लिये गोद लिया है. बड़ी ख़ुशी हुई कि भांजे ने दसवीं में 93% अंक पाए थे. ये हमारी सगी बहन हैं.

ठीक इसी तरह करीब एक साल पहले डीएसपी संतोष पटेल अपनी मां गोल्हूबाई से मिलने के लिए पहुंचे थे. खेत में घास काट रही मां अपने बेटे को वर्दी में देख बेहद खुश हुईं. 

मां से अधिकारी बेटे ने पूछा, अब घास क्यों काट रही हो? तो जवाब मिला कि अगर घास नहीं काटूंगी तो भैंस क्या खाएंगी? बेटे ने आगे कहा, पैसे से खरीद लेना. फिर मां से जवाब मिला कि चार लोग आते हैं, चाय के लिए दूध तो चाहिए होगा न. खाली बैठने से अच्छा हैं कि काम करें. 

मां और बेटे के बीच स्थानीय बोली में हुआ संवाद का वीडियो काफी वायरल हुआ था. उस समय डीएसपी संतोष पटेल सोशल मीडिया पर छा गए थे. 

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डीएसपी संतोष पटेल मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के रहने वाले हैं. फिलहाल ग्वालियर में एसडीओपी हैं. फरवरी 2018 में उनका चयन पुलिस उपाधीक्षक यानी डीएसपी पद के लिए हुआ था. बेहद ही गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले पटेल को मां ने ही पढ़ने के लिए प्रेरित किया था.  

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