मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस ने जिले में सोने और नकदी की लूट में शामिल पांच आरोपियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया. पंचशील नगर में स्थित प्रोफेसर के घर में घुसकर उनके परिवार को हथियार की नोक पर बंधक बनाकर छह बदमाशों ने डकैती को अंजाम दिया था. इस वारदात ने आसपास के लोगों को हिलाकर रख दिया था.
दिनदहाड़े हुई डकैती की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक (ग्वालियर जोन) डी. श्रीनिवास वर्मा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित सांघी घटनास्थल पर पहुंचे और पीड़ितों से बातचीत की. अधिकारियों ने वारदात का सीसीटीवी फुटेज देखा. बदमाशों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच और ग्वालियर पुलिस को साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिए गए.
जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि वारदात में दो बाइक पर आए 6 बदमाशों के अलावा कुछ और बदमाश भी शामिल हैं. इस दौरान एमआईटीएस कॉलेज के पास एक ऑटो खड़ी दिखी. डकैती के बाद वापस जाते समय दो बाइक के अलावा पीछे वह ऑटो भी जाती देखी गई थी. फुटेज में दिखे ऑटो के स्पष्ट नंबरों के आधार पर 76 ऑटो की लिस्ट बनाकर हर किसी से पूछताछ की. इसी दौरान पता चला कि डकैती का मास्टरमाइंड प्रोफेसर के घर काम करता था.
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि प्रोफेसर के घर में एक व्यक्ति 8-10 साल से गाड़ी साफ करता था और उसकी भूमिका संदिग्ध है. पुलिस ने गाड़ी साफ करने वाले व्यक्ति को उसके घर से पकड़कर पूछताछ की. उसकी बदमाशों से दोस्ती रही है. उसने लूट में शामिल एक बदमाश से संपर्क भी किया था. 6 जून को करैरा व झांसी के बदमाश दो बाइक पर सवार होकर ग्वालियर आए और प्रोफेसर के घर काम करने वाला व्यक्ति को भी साथ ले लिया. इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया.
डकैती में 10 बदमाश शामिल थे. एक्शन लेते हुए पुलिस ने जब ग्वालियर के 5 बदमाशों को उनके घर से धर दबोचा तो उन्होंने डकैती में शामिल होने की बात मानी. पुलिस ने बदमाशों के पास से लगभग 137 ग्राम सोने के गहने और कुछ चांदी के आभूषण बरामद किए हैं. बाकी आरोपियों की अरेस्ट के लिए पुलिस पूरी कोशिश में जुट गई है.