मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक फिल्मी स्टाइल में सनसनीखेज अपहरण की घटना ने सबको चौंका दिया. शादी के ठीक बाद दुल्हन अपने पति के साथ ससुराल सवाई माधोपुर (राजस्थान) जा रही थी, तभी बदमाशों ने दिनदहाड़े इस वारदात को अंजाम दे दिया. नेशनल हाइवे-46 पर देहरी गांव के पास बदमाशों ने दूल्हे की गाड़ी को ओवरटेक कर रास्ता रोका और दुल्हन को जबरन उठा ले गए. इस घटना ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को देवास से गिरफ्तार कर लिया और दुल्हन को सकुशल बरामद कर लिया. लेकिन सवाल यह है कि आखिर यह अपहरण हुआ क्यों?
दरअसल, घटना उस वक्त घटी जब नवविवाहित जोड़ा अपनी शादी के बाद ससुराल के लिए निकला था. दूल्हा विक्रम बंजारा अपनी पत्नी और परिवार के कुछ सदस्यों के साथ गाड़ी (नंबर RJ 25 CB 4572) में सवार था, जिसे फूलों से सजाया गया था. अचानक एक जीप में सवार 6 से 8 बदमाशों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया और रास्ता रोक लिया. बदमाशों ने गाड़ी के टायरों में चाकू मारकर पंचर कर दिया. जब परिजनों ने इसका विरोध किया तो बदमाशों ने दूल्हे और परिवार वालों के साथ मारपीट की. इसके बाद वे दुल्हन को जबरन गाड़ी से निकालकर अपनी काले रंग की स्कॉर्पियो में ले गए और फरार हो गए.
विक्रम बंजारा ने बताया, "मैं अपनी पत्नी को लेकर ससुराल जा रहा था. अचानक बदमाशों ने हमला कर दिया और मेरी पत्नी को उठा ले गए. मैंने विरोध किया तो मेरे साथ मारपीट की गई." हक्का-बक्का दूल्हा तुरंत रूठियाई पुलिस चौकी पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस की प्रारंभिक जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ. अपहरण में शामिल मुख्य आरोपी आकाश बंजारा का नाम सामने आया, जिसे दुल्हन पहले से जानती थी. परिजनों के अनुसार, दुल्हन ने अपहरण के दौरान कहा था, "आकाश, विक्रम को मत मारो."
इससे यह अंदेशा होता है कि मामला फिरौती से नहीं, बल्कि प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि आकाश और दुल्हन के बीच पहले से संबंध थे, और शादी से नाराज आकाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया. हालांकि, इसकी पुष्टि के लिए अभी जांच जारी है.
घटना की सूचना मिलते ही धरनावदा थाना प्रभारी प्रभात कटारे ने तीन पुलिस टीमें गठित कीं और आरोपियों का पीछा शुरू किया. थाना प्रभारी ने फोन पर बताया, "हमने तुरंत कार्रवाई शुरू की और आरोपियों का लोकेशन ट्रेस किया. हमारी टीमें उनके पीछे लगी थीं और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया."
पुलिस ने जीपीएस लोकेशन और तकनीकी सहायता से महज 6 घंटे के भीतर 5 आरोपियों को देवास के पास धर दबोचा. दुल्हन को भी सकुशल बरामद कर लिया गया और अपहरण में इस्तेमाल की गई काले रंग की स्कॉर्पियो जब्त कर ली गई.
सुरक्षा पर सवाल
दिनदहाड़े नेशनल हाइवे पर हुई इस वारदात ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तैयारियों पर सवाल उठा दिए हैं. घटना के वक्त दूल्हे के साथ गाड़ी में परिवार के सदस्य भी मौजूद थे, लेकिन बदमाश बेखौफ होकर अपहरण कर फरार हो गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि हाइवे पर पुलिस गश्त की कमी इस तरह की वारदातों को बढ़ावा दे रही है.
इनका कहना
धरनावदा थाना प्रभारी प्रभात कटारे ने कहा, "हमने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और दुल्हन को सुरक्षित बरामद कर लिया है. प्रारंभिक जांच में यह प्रेम प्रसंग का मामला लग रहा है. आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी." पुलिस ने बताया कि बाकी फरार बदमाशों की तलाश भी जारी है.
एक अनसुलझा सवाल
यह घटना न तो फिरौती के लिए थी और न ही साधारण अपराध की तरह दिखती है. प्रेम प्रसंग का कोण सामने आने से यह सवाल उठ रहा है कि आखिर दुल्हन की क्या मंशा थी और बदमाशों ने ऐसा क्यों किया? क्या यह सुनियोजित साजिश थी या भावनाओं में बहकर उठाया गया कदम? फिलहाल पुलिस की जांच से ही इस रहस्य पर से पर्दा उठेगा. गुना की यह घटना न केवल पुलिस के लिए चुनौती बन गई है, बल्कि लोगों के बीच चर्चा का विषय भी बन गई है.