भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद, यूनियन कार्बाइड फैक्टरी का 337 मीट्रिक टन जहरीला कचरा कड़ी सुरक्षा के बीच निकाला गया. 12 विशेष कंटेनरों में भरा यह कचरा 250 किलोमीटर दूर पीथमपुर ले जाया जा रहा है, जहाँ इसे नष्ट किया जाएगा. हर कंटेनर में जीपीएस लगा है और दो ड्राइवर तैनात हैं. ट्रकों की गति 50 किमी प्रति घंटे तक सीमित रखी गई है. पूरे मार्ग पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है और ट्रैफिक रोका जाएगा.