ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने शुक्रवार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई पुलिस अधिकारी एफआईआर दर्ज करने से इनकार करता है, तो उसे तत्काल निलंबित कर दिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने यह बयान राजधानी भुवनेश्वर में नयापल्ली पुलिस स्टेशन के नए भवन के उद्घाटन के अवसर पर दिया.
सीएम मांझी ने पुलिस अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि वह खुद भी पुलिस के दुर्व्यवहार का शिकार रह चुके हैं. उन्होंने कहा, 'जब मैं विपक्ष में विधायक था, तब मेरे साथ भी पुलिस स्टेशन में गलत व्यवहार किया गया था, मुझसे कहा गया कि मैं पुलिस थाने से बाहर चला जाऊं, मुझे जमीन पर बैठाया गया और मेरी एफआईआर लिखने से इनकार कर दिया गया. मुझे दो बार इस तरह के बुरे अनुभव हुए हैं.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को आम जनता के प्रति संवेदनशील बनने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति पुलिस स्टेशन आता है, वह किसी न किसी परेशानी में होता है. ऐसे में पुलिस का कर्तव्य है कि वह लोगों के साथ मित्रवत व्यवहार करे और उनकी समस्याओं का समाधान करे.
मुख्यमंत्री मांझी ने बताया कि राज्य सरकार पुलिस व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है. इस दिशा में 42 करोड़ रुपये की लागत से 14 नए पुलिस स्टेशनों का निर्माण किया गया है, जिससे कानून व्यवस्था को और मजबूत किया जा सकेगा.
मुख्यमंत्री ने पुलिस की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने कई जटिल मामलों को सुलझाया है. उन्होंने खासतौर पर 'स्पाइडर सतीश' नामक अपराधी का जिक्र किया, जो दीवारों पर चढ़कर चोरी करता था. पुलिस ने हाल ही में उसे गिरफ्तार किया है.
उन्होंने कहा कि अपराधी अब हाई-टेक तकनीकों का उपयोग करने लगे हैं, इसलिए पुलिस को भी अपनी जांच प्रक्रियाओं को आधुनिक बनाना होगा. उन्होंने विश्वास जताया कि ओडिशा पुलिस आगे भी इसी तरह कानून व्यवस्था बनाए रखने में सफल होगी.