जेल का जवाब वोट से के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में वॉशिंग मशीन कैंपेन शुरू किया है - और EVM की तरह AAP नेता सौरभ भारद्वाज अब डेमो दे रहे हैं कि कैसे भ्रष्टाचार के आरोपियों को बीजेपी की वॉशिंग मशीन में डालकर क्लीन किया जाता है.
आम आदमी पार्टी के मंच पर एक तरफ जेल बनाकर, और दूसरी तरफ वाशिंग मशीन रख कर समझाया जाता है कि जो लोग बीजेपी में शामिल हो जाते हैं, उनके खिलाफ केस बंद कर दूसरे को जेल में डाल दिया जाता है. आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए चार टीम बनाई गई है, जो 23 मई तक नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली में जाकर वॉशिंग मशीन कैंपेन को आगे बढ़ाएंगी.
दिल्ली में 25 मई को वोट डाले जाएंगे, इसलिए चुनाव प्रचार दो दिन पहले ही खत्म हो जाएगा. ये भी मालूम हुआ है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे भी 20 मई से दिल्ली में डेरा डालने वाले हैं - लिहाजा दिल्ली में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए कांग्रेस के बड़े नेता तीन दिन तक प्रचार करने वाले हैं.
दिल्ली में भले ही कांग्रेस नेता आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगने वाले हों, लेकिन पंजाब से तो अलग ही आवाज उठने लगी है - पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी तो अरविंद केजरीवाल के बारे में वैसी ही बातें कर रहे हैं जैसी बीजेपी नेताओं के मुंह से सुनने को मिलती हैं.
कांग्रेस उम्मीदवारों के सपोर्ट में अरविंद केजरीवाल का रोड शो
कन्हैया कुमार के खिलाफ केस चलाने के लिए दिल्ली सरकार की मंजूरी चाहिये थी. काफी दिनों तक दिल्ली सरकार ने फाइल को रोक रखा था, जिसे लेकर अरविंद केजरीवाल की मंशा पर सवाल उठाये जाने लगे - बहरहाल, फरवरी 2020 में कन्हैया कुमार के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से हरी झंडी दिखा दी गई.
तब से बहुत कुछ बदल चुका है. जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार अपनी पुरानी पार्टी सीपीआई को छोड़ कर कांग्रेस में पहुंच चुके हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का दिल्ली में चुनावी गठबंधन हो चुका है - और कांग्रेस ने अपने हिस्से की उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से कन्हैया कुमार को लोकसभा चुनाव 2024 में उम्मीदवार घोषित किया है.
लिहाजा गठबंधन की शर्तों के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, अब कन्हैया कुमार के लिए भी घूम घूम कर वोट मांगने लगे हैं. कन्हैया के साथ ही अरविंद केजरीवाल कांग्रेस उम्मीदवार जेपी अग्रवाल और उदित राज के समर्थन में भी वोट मांग रहे हैं.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव के मुताबिक, चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज के समर्थन में अरविंद केजरीवाल रोड शो कर रहे हैं.
मॉडल टाउन इलाके में चांदनी चौक लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार जेपी अग्रवाल के सपोर्ट में रोड शो के दौरान अरविंद केजरीवाल ने इलाके के लोगों से कहा, मैं सीधे जेल से आपके बीच पहुंचा हूं... इन लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया और मैं आप लोगों को बहुत मिस कर रहा था.
और जैसे 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा था, दिल्लीवालों आई लव यू - वैसे ही बोले, मैं आप सभी से बहुत प्यार करता हूं... मुझे ये भी पता है कि आप भी मुझ से बहुत प्यार करते हैं... मैं बहुत छोटा आदमी हूं... हमारी पार्टी भी छोटी है जिसकी दिल्ली और पंजाब में सरकार है.
और इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में नया नारा दिया है - 'जो करे केजरीवाल को प्यार वो करे मोदी को इनकार.'
रोड शो से पहले ही पंजाब से रुझान आने लगे
जाहिर है दिल्लीवालों के साथ साथ पंजाब के लोग भी अरविंद केजरीवाल का भाषण सुन रहे होंगे, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया तो तब देखने को मिलेगी जब वो चुनाव कैंपेन के लिए वहां जाएंगे - लोगों की राय क्या होगी ये देखना होगा, लेकिन पंजाब के कांग्रेस नेताओं की राय तो केजरीवाल के दिल्ली रोड शो से पहले ही आ चुकी है.
अरविंद केजरीवाल ने भले ही कन्हैया के खिलाफ लगे आरोपों को नजरअंदाज कर दिया हो, लेकिन पंजाब के कांग्रेस नेता आप नेता के खिलाफ लगे दिल्ली शराब घोटाले के आरोपों से वैसे ही इत्तेफाक रख रहे हैं, जैसे बीजेपी के नेता.
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कहते हैं, शराब घोटाले में शामिल अरविंद केजरीवाल सिर्फ 15 दिन के लिए जेल से बाहर हैं... उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता... दिल्ली बहुत बड़ा शराब घोटाला हुआ है, और पंजाब में भी वैसा ही हुआ है... हम लोग जांच की मांग कर रहे हैं.
जालंधर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार चन्नी कह रहे हैं कि पंजाब में अरविंद केजरीवाल का स्वागत नहीं बल्कि विरोध होना चाहिये. उपचुनाव में जालंधर सीट आम आदमी पार्टी को मिली थी, लेकिन उसके सांसद सुशील कुमार रिंकू ने बीजेपी का दामन थाम लिया.
अरविंद केजरीवाल को लेकर चन्नी की भाषा और लहजा दोनों ही, बिलकुल वैसा ही है जैसा पहले दिल्ली कांग्रेस के नेताओं का रहा है. आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन के विरोध में तो अरविंदर सिंह लवली ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से ही इस्तीफा दे दिया था. वैसे उसके बाद वो बीजेपी में फिर से चले गये. पहली बार वो बीजेपी में ज्यादा दिन नहीं टिक पाये थे.
और ये बात सिर्फ कांग्रेस नेताओं की नहीं है, पंजाब के लोगों के मन में भी बहुत बड़ा कन्फ्यूजन होगा. आखिर कैसे कांग्रेस दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के साथ हो जाती है, और पंजाब में खिलाफ? और ये मामला केरल और पश्चिम बंगाल में लेफ्ट पार्टियों के साथ होने और न होने जैसा नहीं है - क्योंकि पंजाब और दिल्ली का मिजाज काफी करीब है.