बीजेपी सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ का रिलीज डेट तो आ ही गया था, अब वो लोगों को फिल्म देखने के लिए बुला रही हैं - जिसमें खासतौर पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को भी बुलाया है.
फिल्म स्टार से नेता बनीं कंगना रनौत की ये फिल्म ऐसे समय रिलीज हो रही है, जब दिल्ली में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है - फिल्म 17 जनवरी को रिलीज होने जा रही है, जबकि दिल्ली में मतदान 5 फरवरी को होना है.
फिल्म का तो अभी नहीं मालूम, लेकिन कंगना रनौत जिस तरह से अपनी फिल्म का प्रमोशन कर रही हैं, पूरा सियासी मसाला देखने को मिल रहा है.
कंगना रनौत सिर्फ न्योता देने की बात ही नहीं बता रही हैं, साथ में शिद्दत से ये भी बता रही हैं कि लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा का मेल-मुलाकात में बात-व्यवहार कैसा है.
फिल्म ‘इमरजेंसी’ का निर्देशन भी कंगना रनौत ने ही किया है, और लीड रोल में भी खुद ही हैं. फिल्म में कंगना रनौत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है.
राहुल और प्रियंका में फर्क
मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात में अपने अनुभव के आधार पर बताया है कि भाई-बहन एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं. कंगना रनौत ने प्रियंका गांधी के स्वभाव को राहुल गांधी से बेहतर पाया है.
कंगना ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग में प्रियंका गांधी को इनवाइट किया था। प्रियंका ने जवाब दिया- देखते हैं।
फिल्म देखने को लेकर, बकौल कंगना रनौत, प्रियंका गांधी का कहना है - हां, शायद मैं देखूंगी.
प्रियंका गांधी के साथ संसद में हुई मुलाकात के बारे में कंगना बताती हैं, जब मैं उनसे मिली तो वो मुस्कराईं… ये हमारी बहुत प्यारी बातचीत थी… मैं बहुत अच्छे से याद करती हूं… वो बहुत काइंड नेचर लेडी हैं… वो अपने भाई के विपरीत हैं… वो निश्चित रूप से समझदार हैं, और जो बोलती हैं, वो सही होता है.
राहुल गांधी का जिक्र आते ही लगता है जैसे बिफर जाती हों, उनके भाई का तो आप जानते ही हैं… मुझे देखकर स्माइल दी… और बिना कुछ कहे निकल लिये. राहुल गांधी के लिए कहती हैं, उनको शिष्टाचार नहीं मालूम.
कंगना रनौत पहले भी राहुल गांधी की आलोचना कर चुकी हैं. जब हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर राहुल गांधी ने अडानी ग्रुप और सेबी के बीच मिलीभगत का आरोप लगाते हुए बीजेपी की केंद्र सरकार को घेरा था, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाया था तब भी कंगना रनौत टूट पड़ी थीं.
कंगना रनौत ने उस वक्त सोशल मीडिया पर लिखा था, 'राहुल गांधी सबसे खतरनाक आदमी हैं… जहरीले और विध्वंसक हैं. उनका एजेंडा है कि अगर वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकते तो इस देश को नष्ट कर सकते हैं.
कंगना को राहुल गांधी से कैसे व्यवहार की अपेक्षा थी
संसद में प्रियंका गांधी का भाषण भी तारीफ के काबिल था, वो बीच बीच में राहुल गांधी से बेहतर नजर आ रही थीं. और, सबसे खास बात. प्रियंका गांधी अपनी बात को लेकर गंभीर थीं. एक सांसद के हंसने पर टोका भी था, लेकिन राहुल गांधी की तरह गुस्से को चेहरे पर नहीं आने दिया था.
लेकिन कंगना रनौत ये क्यों भूल जाती हैं कि वो गांधी परिवार की दुखती रग पर हाथ रख देंगी, और राहुल गांधी रिएक्ट नहीं करेंगे. प्रियंका गांधी की बात और है. प्रियंका गांधी को अभी अपनी पोजीशन मजबूत करनी है.
राहुल गांधी तो नई लोकसभा में इमरजेंसी के खिलाफ लोकसभा में निंदा प्रस्ताव पास किये जाने से भी खफा हैं. अब तो सरकार देश में इमरजेंसी लागू होने के दिन 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने जा रही है.
भला कंगना रनौत के फिल्म देखने के निमंत्रण पर राहुल गांधी कैसे अलग रिएक्ट करते - कंगना रनौत का न्योता भी तो चिढ़ाने ही वाला था, राहुल गांधी भी मुस्कुरा कर चलते बने.
फिल्म इमरजेंसी भी तो कंगना रनौत की राजनीति का ही हिस्सा है, और बिजनेस भी है - आखिर राहुल गांधी यूं ही कैसे फायदा उठाने देते.