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स्वाति मालीवाल के बयान देने से पहले INDIA गुट के अंदर से भी आवाज उठने लगी!

स्वाति मालीवाल का मामला अखिलेश यादव की नजर में भले मामूली बात हो, लेकिन प्रियंका गांधी वाड्रा खुल कर सामने आई हैं, और उनके सपोर्ट में खड़ी हो गई हैं - वैसे उनको भी अरविंद केजरीवाल की तरफ से एक्शन का इंतजार है, जिसकी घोषणा संजय सिंह पहले ही कर चुके हैं. लेकिन, अब जबकि स्‍वाति मालीवाल ने दिल्‍ली पुलिस को अपने साथ हुई घटना के बारे में बयान दे दिया है तो अब ये मामला AAP के लिए घरेलू नहीं रह गया.

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अखिलेश यादव तो नहीं, लेकिन स्वाति मालीवाल के साथ खड़ी हैं प्रियंका गांधी वाड्रा
अखिलेश यादव तो नहीं, लेकिन स्वाति मालीवाल के साथ खड़ी हैं प्रियंका गांधी वाड्रा

स्वाति मालीवाल केस में बीजेपी तो शुरू से ही हमलावर थी, मायावती ने भी आम आदमी पार्टी को बीएसपी नेतृत्व से सबक लेने की नसीहत दे डाली थी. लखनऊ में INDIA ब्लॉक की प्रेस कांफ्रेंस में मामला तो अरविंद केजरीवाल के सामने भी उठा, लेकिन वो माइक अखिलेश यादव की तरफ बड़ा दिये - और अखिलेश यादव के रिस्पॉन्स ने तो जैसे मुलायम सिंह यादव की ही याद दिला दी. 

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अगर कोई खुल कर सामने आया है तो वो हैं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा. कांग्रेस नेता का कहना है, 'अगर अगर सही मायने में कुछ गलत हुआ है... तो मैं उस महिला के साथ खड़ी हूं.'  

आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह तो प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर पहले ही कह चुके हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना का संज्ञान लिया है, और विभव कुमार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. ध्यान देने वाली बात है कि अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह के साथ स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट के आरोपी विभव कुमार भी लखनऊ में देखे गये - और तीनों के एक साथ लखनऊ पहुंचने की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो चुकी है. 

मीडिया के सवाल पर जवाब देते हुए संजय सिंह ने बीजेपी के खिलाफ ही सवालों की बौछार कर दी है. मणिपुर से लेकर कर्नाटक के रेवन्ना सेक्स स्कैंडल तक - और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हाथरस और उन्नाव से लेकर महिला पहलवानों तक के मामले गिना दिये हैं. वैसे बीजेपी ने महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट कर उनके बेटे को थमा दिया है. 

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स्वाति मालीवाल केस में अब तक क्या हुआ?

केस में अपडेट ये है कि स्वाति मालीवाल ने पुलिस को लिखित शिकायत दे दी है. दिल्ली के पुलिस के अफसरों ने स्वाति मालीवाल के घर जाकर उनसे घटना का विवरण दर्ज किया है. इस सबकी जानकारी एक अरसे से खामोश बैठीं स्‍वाति मालीवाल ने खुद ट्वीट करके दी है. अपनी पोस्‍ट में उन्‍होंने लिखा- 

उधर, अरविंद केजरीवाल के सबसे भरोसेमंद माने जाने वाले विभव कुमार को राष्ट्रीय महिला आयोग की तरफ से समन भेजा जा चुका है. घटना से जुड़ी पहली जानकारी दिल्ली पुलिस के जरिये आई थी, जिसमें बताया गया था कि मुख्यमंत्री आवास से दिल्ली पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल की गई थी. कॉल करने वाले ने खुद को स्वाति मालीवाल बताया था, और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के कहने पर ही उनके निजी सचिव विभव कुमार ने उनसे मारपीट की. 

विभव कुमार, अरविंद केजरीवाल के बेहद खास और भरोसेमंद साथी माने जाते हैं, और राजनीति में आने से बहुत पहले से दोनों साथ हैं. विभव कुमार को लेकर अरविंद केजरीवाल के भरोसे को एक वाकये से आसानी से समझा जा सकता है. तिहाड़ जेल जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने जेल प्रशासन को मुलाकातियों की जो सूची दी थी उसमें उनकी पत्नी, बच्चे और मां-बाप के अलावा संदीप पाठक और विभव कुमार के ही नाम थे. 

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आम आदमी पार्टी की तरफ से घटना के बारे में संजय सिंह ने ही मीडिया को बताया था. संजय सिंह ने बताया कि स्वाति मालीवाल, अरविंद केजरीवाल के घर आई थीं... उनसे मिलने के लिए इंतजार कर रही थीं... तभी विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की, जो बेहद निंदनीय है. संजय सिंह ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने इस घटना का संज्ञान लिया है और विभव कुमार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बीजेपी तो अरविंद केजरीवाल को घेरने ही लगी है, बीएसपी नेता मायावती ने भी सोशल साइट X पर नसीहत दी है, 'महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान व उत्पीड़न के साथ ही किसी भी नेता द्वारा अन्य कोई भी गलत कार्य करने पर सख्त कार्रवाई के मामले में चाहे कोई भी पार्टी या इन्डी व अन्य गठबन्धन हों तो इन्हें दोहरा मापदण्ड नहीं अपनाना चाहिए... अर्थात् इन्हें बीएसपी के शीर्ष नेतृत्व से ज़रूर सबक लेना चाहिए.'

मायावती का कहना है कि राज्यसभा की महिला सांसद के साथ सीएम आवास में अभद्रता के गंभीर मामले में कार्रवाई न होना ठीक नहीं है, और ऐसे में राज्यसभा के सभापति को भी घटना का संज्ञान लेने की जरूरत है.

बीजेपी नेता शाजिया इल्मी कहती हैं, 'ये संज्ञान लिया गया है? उनके खिलाफ एफआईआर या उनकी गिरफ्तारी के बजाए विभव साहब सुल्तान केजरीवाल साहब के साथ घूम रहे हैं. अपने PA के किरदार को बखूबी निभा रहे हैं. केजरीवाल ने इस वाकये पर एक शब्द नहीं बोला है.' 

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संजय सिंह का बचाव, और अखिलेश यादव का बयान

लखनऊ में अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव INDIA ब्लॉक की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे, जिसमें संजय सिंह भी मौजूद थे - और तभी स्वाति मालीवाल केस के बारे में सवाल पूछा गया. 

अरविंद केजरीवाल के रिएक्शन से तो यही लगा कि वो सवाल के लिए पहले से तैयार नहीं थे. आज तक संवाददाता का सवाल सुनते ही अरविंद केजरीवाल ने माइक अखिलेश यादव की तरफ घुमा दिया. मुश्किल ये थी कि वो भी जवाब देने के लिए तैयार नहीं थे. एक दिन पहले ही जब ये सवाल आज तक संवाददाता ने उनके सामने उठाया तो हाथ से हटाते हुए आगे बढ़ गये थे - और फिर क्या था, उनके सुरक्षाकर्मी तो जैसे टूट ही पड़े. 

माइक पर आते ही अखिलेश यादव ने जेब से कोई कागज निकाला और बोले कि उससे भी ज्यादा (जरूरी) और चीजें भी हैं. सवाल को टालते हुए बीजेपी को लेकर कहने लगे कि बीजेपी किसी की सगी नहीं है. 

जब संजय सिंह की बारी आई तो वो फिर से फॉर्म में आ गये, और बीजेपी पर बरसने लगे. कहने लगे, 'मणिपुर के अंदर सैकड़ों महिलाओं के साथ दरिंदगी हुई... पीएम मोदी चुप रहे... प्रज्ज्वल रेवन्ना ने सैकड़ों महिलाओं के साथ रेप किया, पीएम उनके लिए वोट मांगते रहे... जब स्वाति मालीवाल प्रदर्शन में गईं तो पुलिस ने उन्हें मारा... आम आदमी पार्टी एक परिवार है... स्वाति मालीवाल पर पार्टी ने रुख साफ कर दिया है, मैं चाहता हूं कि जितने मुद्दे मैंने रखे... पीएम बोलें.'

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लगे हाथ संजय सिंह ने बृजभूषण सिंह की तरफ इशारा करते हुए बीजेपी को घेरने की कोशिश की, महिला पहलवानों के लिए स्वाति मालीवाल गई थीं... और पुलिस ने उन्हें वहां से भगा दिया था. 

देखा जाये तो संजय सिंह ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का अच्छे से बचाव किया, लेकिन जिस अंदाज और जिन शब्दों के साथ अखिलेश यादव ने जवाब दिया, बरबस ही उनके पिता मुलायम सिंह यादव की याद आ गई. 

बलात्कार के एक केस में अपराधियों को सजा होने के बाद अपनी प्रतिक्रिया में मुलायम सिंह ने कहा था, 'लड़के हैं... लड़कों से गलतियां हो जाती हैं... तो क्या फांसी पर चढ़ा दोगे?'

प्रियंका गांधी के बयान के मायने

स्वाति मालीवाल केस को लेकर जब प्रियंका गांधी वाड्रा से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उनके निशाने पर भी बीजेपी ही देखी गई, लेकिन अखिलेश यादव की तरह कांग्रेस नेता ने पल्ला झाड़ने की बिलकुल भी कोशिश नहीं की - और साफ तौर पर कहा कि इस मामले में जो भी एक्शन लिये जाने की जरूरत है, लिया जाना चाहिये.

प्रियंका गांधी बोलीं, मैंने ज्यादा देखा नहीं है, क्योंकि मैं अभी यूपी में हूं... किसी भी महिला के साथ कोई अत्याचार होगा, तो मैं तो महिला के पक्ष में ही बोलूंगी... मैं महिला के पक्ष में ही खड़ी रहूंगी.

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लेकिन बीजेपी को लेकर प्रियंका गांधी का कहना है कि वे इस मुद्दे पर कैसे बोल सकते हैं? कहती हैं, बीजेपी ने हाथरस पर कुछ नहीं किया... उन्नाव केस में कुछ नहीं किया... बीजेपी ने हमारी महिला पहलवानों के मुद्दे पर कुछ नहीं किया.

स्वाति मालीवाल का सपोर्ट करते हुए प्रियंका गांधी कह रही हैं, अगर सही मायने में कुछ गलत हुआ है, तो मैं उस महिला के साथ खड़ी हूं... अगर स्वाति मालिवाल मुझसे बात करना चाहेंगी, तो मैं बात करूंगी... अगर केजरीवाल जी को पता है इस मामले के बारे में, तो मुझे उम्मीद है कि केजरीवाल जी कुछ सही कार्रवाई करेंगे... उम्मीद है केजरीवाल जी कुछ समाधान ढूंढे़ंगे, जो स्वाती मालीवाल को स्वीकार्य हो. 

लेकिन, जब स्‍वाति मालीवाल ने दिल्‍ली पुलिस को बयान दे ही दिया है तो केजरीवाल के पास करने के लिए ज्‍यादा कुछ रह नहीं जाता. अब जो करेगी वो दिल्‍ली पुलिस ही करेगी. और उसके बाद जो होगा, वो राजनीति ही होगी.

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