NEET एग्जाम के रिजल्ट भी 4 जून को ही घोषित किये गये थे, जिस दिन लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आये थे - और चुनावों जैसा ही झटका मोदी सरकार को अब NEET पेपर लीक मामला भी दे रहा है.
24 जून को संसद सत्र शुरू हो रहा है, और पेपर लीक को लेकर पूरे देश में कोहराम मचा हुआ है - कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कठघरे में खड़ा करते हुए कटाक्ष किया है कि सुना है कि वो यूक्रेन वॉर तक रोक देते हैं, लेकिन देश में पेपर लीक क्यों नहीं रोक पा रहे हैं - या वो रोकना ही नहीं चाहते?
मेडिकल में दाखिले से जुड़े NEET पेपर लीक का बिहार कनेक्शन सामने आने के बाद तो अलग ही हड़कंप मचा हुआ है. पेपर लीक को लेकर बचाव की मुद्रा में आ चुकी बीजेपी ने बिहार में तेजस्वी यादव को घेरने की कोशिश की है, जिस पर आरजेडी ने ही पलट कर सवाल पूछ लिया है.
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि ग्रेस मार्क्स रद्द करके 1563 छात्रों फिर से इम्तिहान देने या बिना ग्रेस मार्क्स के NEET यूजी की काउंसलिंग में शामिल होने का विकल्प दिया है. ये री-एग्जाम 23 जून को होना है. रिजल्ट 30 जून को घोषित किया जा सकता है, काउंसलिंग 6 जुलाई से शुरू होगी - लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है.
NEET का इम्तिहान 5 मई को हुआ था, जिसमें 23 लाख 30 हजार छात्र शामिल हुए थे - रिजल्ट आया तो मालूम हुआ 67 छात्रों को पूरे 720 अंक मिले हैं. NEET एग्जाम के इतिहास में पहली बार इतने छात्रों ने एक साथ टॉप किया था.
नतीजों में गड़बड़ी को लेकर दिल्ली सहित देश के 7 हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं, जिनमें CBI जांच की मांग वाली याचिकाएं भी शामिल हैं - और अब सुप्रीम कोर्ट एक साथ सभी याचिकाओं को जोड़कर 8 जुलाई को सुनवाई करने वाला है.
इस बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया है कि पूरे मामले की जांच के लिए एक स्पेशल पैनल बनाया गया है - और सरकार किसी भी गुनहगार को छोड़ने वाली नहीं है.
1. NTA को लेकर नरमी और तरफदारी कहीं मोदी सरकार को भारी न पड़ जाए?
NEET एग्जाम को लेकर केंद्र सरकार का शुरुआती रवैया काफी ढीला ढाला रहा. यूट्यूबर ध्रुव राठी ने एक वीडियो में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को मोदी सरकार का PR मंत्री बताया है, और उनके सोशल मीडिया X हैंडल का हवाला देते हुए दलील दी है कि वो NEET की कौन कहे, शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी भी कोई पोस्ट देखने को नहीं मिली है.
पेपर लीक के विरोध में कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI के कार्यकर्ताओं ने भी शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के घर के बाहर प्रदर्शन किया - और विरोध प्रकट करने के लिए 500 रुपये के नकली नोट हवा में उछाले.
NSUI ने आरोप लगाया कि इस घोटाले में पैसे लिये गये हैं, और हम ये पैसा खुलेआर्म देने के लिए तैयार हैं. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर प्रदर्शन खत्म कराया. NSUI ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए पर पाबंदी लगाने और इस मामले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
हालांकि, बाद में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने NEETUG पेपर लीक मामले में गड़बड़ी की बात मान ली. 16 जून को धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि NEET के नतीजों में कुछ गड़बड़ियां हुई हैं... और जो भी बड़े अधिकारी इसमें शामिल पाये जाएंगे, उनको बख्शा नहीं जाएगा.
धर्मेंद्र प्रधान ने, साथ ही, ये भी माना कि NEET परीक्षा लेने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA में सुधार की जरूरत है.
2. पेपर लीक मामले में क्या बाकी सरकारों के बराबर आ गई है मोदी सरकार?
पेपर लीक के मामले ऐसे होते जा रहे हैं कि हर सरकार हम्माम में नजर आती है. पेपर लीक के मामले राजस्थान से अशोक गहलोत सरकार के दौरान भी आते रहे हैं, और बढ़ चढ़ कर दावे करने वाली उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी पेपर लीक रोक पाने में नाकाम नजर आई है.
और सिर्फ राज्य सरकारों की कौन कहे, NEET पेपर लीक का मामला तो केंद्र सरकार से जुड़ा है, और मुश्किल ये है कि केंद्र सरकार भी इसे नहीं रोक पा रही है - पेपर लीक का मुद्दा इतना गंभीर हो चुका है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी ये छाया रहा.
कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में कहा, सत्ता में आने पर पेपर लीक होने के मामलों का निपटारा करने के लिए फास्ट-ट्रैक अदालतों का गठन किया जाएगा और पीड़ितों को आर्थिक मुआवजा दिया जाएगा. बीजेपी ने भी अपने संकल्प पत्र में कहा था, पेपर लीक नियंत्रण के लिए कानून लागू करेंगे... सरकारी भर्ती परीक्षाओं में अनियमितता को रोकने के लिए सख्य कानून बनाया है... अब कानून को सख्ती से लागू करके युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी.
3. पेपर लीक कांड को बिहार ने बना दिया है मुद्दा?
नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें इम्तिहान में शामिल कुछ छात्र भी शामिल हैं. अब तक की जांच में सिकंदर प्रसाद यादवेंदु को इस केस का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. सिकंदर यादवेंदु बिहार के दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर है. पकड़े गए सात छात्रों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि कैसे सिकंदर यादवेंदु ने पेपर लीक किया है.
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इस मामले में अपने पूर्ववर्ती तेजस्वी यादव को भी लपेट लिया है. पेपर लीक में शामिल एक गिरोह के सदस्यों के पटना के एक सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरने की खबरों के बीच विजय सिन्हा कह रहे हैं, मैं जानकारी जुटा रहा हूं... एनएचएआई गेस्ट हाउस से जो लोग पकड़े गए हैं, उनका संबंध प्रीतम नाम के एक व्यक्ति से है... लोग कहते हैं कि उसका संबंध पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से है... हम पूरे मामले की जानकारी जुटा रहे हैं.
विजय सिन्हा के आरोपों पर आरजेडी की तरफ सवाल उठाये गये हैं. आजेडी का कहना है कि पहले ये साफ किया जाना चाहिये यदुवंशी को 2012 में जूनियर इंजीनियर की नौकरी कैसे मिली? और 2021 में दानापुर में पोस्टिंग के साथ उसे टाउन प्लानिंग विभाग में कैसे ट्रांसफर कर दिया गया?
RJD ने अपने X हैंडल पर लिखा है, 'NEET परीक्षा का प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही उनके अभिभावकों और दलालों के मार्फत परीक्षार्थियों को उपलब्ध करा दिया था... बिहार पुलिस के समक्ष पकड़े गए परीक्षार्थी भी स्वीकार कर रहे है कि परीक्षा के एक दिन पहले प्रश्न पत्र उन्हें दिए गए एवं लीक माफिया द्वारा उन्हें सभी उत्तर भी रटा दिए गए थे... और वही Question Paper एवं सभी सवाल परीक्षा में भी आए थे, लेकिन अभी भी #NTA पेपर लीक से इंकार कर रही है.'
आरजेडी ने मोदी सरकार पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया है, हरियाणा और गुजरात में भी यही हुआ... हरियाणा में तो बीजेपी नेता से संबंधित एक ही परीक्षा केंद्र से 6 परीक्षार्थियों ने टॉप किया... सबूत होने के बावजूद मोदी सरकार 30 लाख छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.
4. राहुल गांधी कहां तक ले जाएंगे छात्रों की लड़ाई को?
लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित राहुल गांधी ने शेयर मार्केट में घोटाले के आरोप के बाद NEET एग्जाम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है. राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर युवाओं के लिए रोजी-रोटी के विकल्प खत्म कर देने जैसा गंभीर इल्जाम लगाया है - और इसे आगे बढ़ कर वो इसे सरकार की अग्निवीर योजना से जोड़ दिया है.
चुनाव के दौरान विपक्ष ने संविधान खत्म करने जैसे आरोप लगाये थे, और अब शिक्षा के क्षेत्र में संघ की विचारधारा के लोगों के उच्च पदों पर बैठे होना वजह बता रहे हैं. राहुल गांधी कहते हैं, 'सभी शिक्षण संस्थानों को बीजेपी के लोगों ने कैप्चर कर रखा है... जब तक इन्हें मुक्त नहीं कराया जाएगा, तब तक ये चलता रहेगा.'
NET परीक्षा को रद्द किये जाने का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, प्रधानमंत्री मोदी इस लीक को रोक नहीं पाए... एक परीक्षा में गड़बड़ियों के बाद आप रद्द कर चुके हैं, पता नहीं दूसरे को रद्द किया जाएगा या नहीं, लेकिन कोई न कोई तो इसके लिए जिम्मेदार है... और इसके लिए किसी न किसी को तो पकड़ा जाना चाहिये. कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था का डिमॉनेटाइजेशन हो गया है.
कांग्रेस नेता कटाक्ष किया, कहा जा रहा है नरेंद्र मोदी जी ने रूस यूक्रेन की लड़ाई रुकवा दी थी... इसराइल और गाजा के बीच में चल रही लड़ाई मोदी जी ने रुकवा दिया था, लेकिन किसी न किसी कारण हिंदुस्तान में पेपर लीक हो रहे हैं उसको नरेंद्र मोदी रोक नहीं पा रहे हैं या रोकना नहीं चाहते हैं?
संसद में सरकार को घेरने का राहुल गांधी को अच्छा मौका मिल गया है. मान कर चलना चाहिये इस मुद्दे पर राहुल गांधी को पूरे विपक्ष का साथ मिलेगा. शेयर बाजार के मामले में वो जेपीसी से जांच कराने की मांग कर चुके हैं. मुश्किल ये है कि जेपीसी जांच के नाम पर राहुल गांधी को पूरे विपक्ष का साथ नहीं मिलता है. अडानी के मामले में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी तैयार नहीं हुई थी.
अब अगर NEET पेपर लीक के मामले को वो व्यापम जैसा बता रहे हैं, तो जाहिर है इस मामले में भी जेपीसी जैसी जांच की मांग कर सकते हैं.
5. मोदी सरकार के पास क्या रास्ते बचे हैं?
केंद्र सरकार ने UGC-NET तो रद्द कर दिया है, NEET के मामले की जांच के लिए एक स्पेशल पैनल बनाया गया है - वैसे भी ये मामला ऐसा विकराल रूप ले चुका है कि मोदी सरकार के पास निजात पाने के बहुत कम विकल्प बचे लगते हैं.
1. सूत्रों के हवाले से आई कुछ मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि NEET एग्जाम से सरकार की साख पर आई आंच से बचने के लिए शिक्षा मंत्रालय तमाम विकल्पों पर विचार कर रहा है - और इसी क्रम में NEET परीक्षा फिर से कराये जाने पर भी विचार किया जा रहा है. हालांकि, ये मामला अभी किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सका है.
2. हो सकता है सुप्रीम कोर्ट में 8 जुलाई को NEET केस की सुनवाई के बाद NTA के महानिदेशक सहित आला अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेकर रस्म अदायगी कर दी जाये.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों को टेंशन में न आने देने के लिए बोर्ड एग्जाम से पहले 'परीक्षा पे चर्चा' जैसे कार्यक्रमों के जरिये खुद बातचीत करते हैं, लेकिन NTA परीक्षाओं की वजह से टेंशन में आए छात्रों को दिलासा शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान दे रहे हैं, लेकिन वे कह इतना ही रहे हैं कि बिहार से आई सूचना पर एक उच्च स्तरीय जांच समिति इस मामले की जांच करेगी. और मामले की तह तक जाएगी और जो दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन क्या छात्रों के लिए इतना काफी है?