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राहुल गांधी के इफ्तार पार्टी में जाने का बिहार चुनाव से कोई कनेक्शन है क्या?

राहुल गांधी बड़े दिनों बाद किसी इफ्तार पार्टी में नजर आये हैं. और हां, खास बात ये है कि कांग्रेस नेता को इंडिया ब्लॉक के कुछ नेताओं से बातचीत करते भी देखा गया - क्या ये सब बिहार चुनाव की वजह से हो रहा है?

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इफ्तार पार्टी कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने दी थी, जहां लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव और आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के साथ बात करते देखा गया.
इफ्तार पार्टी कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने दी थी, जहां लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव और आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के साथ बात करते देखा गया.

रमजान का महीना राजनीतिक दलों के लिए बहुत बड़ा मौका देता है. बिहार में तो इसका अलग ही रोल देखा जाता रहा है. इफ्तार की एक ही पार्टी में कई नये समीकरण तैयार हो जाते हैं. 

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बिहार में इसी साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा का चुनाव होना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता लालू यादव दोनो ही इफ्तार की दावत दे चुके हैं - और दोनो ही दावतों से कुछ लोगों के राजनीतिक वजहों से दूरी बना लेते देखा गया है. लालू यादव की इफ्तार पार्टी से कांग्रेस नेताओं ने दूरी बनाई, तो नीतीश कुमार की इफ्तार पार्टी का मुस्लिम संगठनों ने वक्फ संशोधन बिल के विरोध में पहले ही बहिष्कार कर दिया था. 

दिल्ली की एक इफ्तार पार्टी, इस बीच, बेहद खास मानी गई है. कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी की इफ्तार पार्टी में राहुल गांधी तो पहुंचे ही थे, दिल्ली चुनाव के बाद अस्तित्व तक खत्म हो जाने का संकेत दे रहे इंडिया ब्लॉक के नेताओं को भी दावत में देखा गया - अब ये करिश्मा बिहार चुनाव की वजह से नहीं हुआ है तो कैसे मुमकिन हुआ है.

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दिल्ली की इफ्तार पार्टी में राहुल गांधी

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बरसों बाद किसी इफ्तार पार्टी में सार्वजनिक तौर पर देखा गया है. 2018 में राहुल गांधी ने खुद इफ्तार पार्टी होस्ट की थी, जब वो कांग्रेस के अध्यक्ष हुआ करते थे - फिर तो राहुल गांधी के इफ्तार पार्टी में शामिल होने को बिहार चुनाव से जोड़कर देखा ही जा सकता है. 

2014 और फिर 2019 का भी लोकसभा चुनाव हार जाने, और बीजेपी के आक्रामक हो जाने की वजह से कांग्रेस बचाव की मुद्रा में आ गई थी. कांग्रेस नेतृत्व को लगने लगा था कि बीजेपी उसे मुस्लिम पार्टी के रूप में लोगों के बीच पेश कर रही है. यही वजह रही कि राहुल गांधी ने कुछ दिनों तक सॉफ्ट हिंदुत्व वाले कुछ प्रयोग भी किये, लेकिन बाद में स्वाभाविक अंदाज में आ गये - लेकिन संकोच धीरे धीरे ही खत्म हो रहा है. 

1. मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस अध्यक्ष बने करीब ढाई साल हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस की तरफ से किसी इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं देखने को मिला है. 

हाल ही में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की तरफ से आयोजित इफ्तार पार्टी में मल्लिकार्जुन खड़गे तो नजर आये ही, सीनियर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी भी शामिल हुई थीं. 

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2. सभी राजनीतिक दलों के सामने आने वाली सबसे बड़ी चुनौती बिहार विधानसभा चुनाव है. इफ्तार पार्टी नीतीश कुमार भी दे चुके हैं, और लालू यादव भी - और इमरान प्रतापगढ़ी ने राहुल गांधी को भी मौका मुहैया करा ही दिया. 

3. जाहिर है, सभी मुस्स्लिम वोटों के लिए ही ये सब कर रहे हैं. एक अजीब बात उस दिन देखने को मिली, जिस दिन लालू यादव बेटे तेजस्वी यादव को लेकर मुस्लिम समुदाय के सपोर्ट में वक्फ बिल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हैं, उसी दिन शाम को राहुल गांधी कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी की इफ्तार पार्टी में पहुंचते हैं - लेकिन पटना में कांग्रेस नेता लालू यादव की इफ्तार पार्टी से दूरी बना लेते हैं. 

इफ्तार पार्टी और इंडिया ब्लॉक

जिस दिन कांग्रेस की तरफ से बिहार चुनाव महागठबंधन के साथ लड़ने की घोषणा की गई थी, उसके ठीक एक दिन पहले पटना में लालू यादव की इफ्तार पार्टी हुई थी - लेकिन कांग्रेस नेताओं ने लालू यादव की इफ्तार पार्टी से दूरी बना ली थी.

और, इमरान प्रतापगढ़ी की इफ्तार दावत में कांग्रेस के साथ साथ इंडिया ब्लॉक के नेता भी पहुंचे थे - और राहुल गांधी को समाजवादी पार्टी सांसद धर्मेंद्र यादव और आम आदमी पार्टी नेता संजय सिंह के साथ बात करते भी देखा गया. 

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दिल्ली चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी आमने सामने थे. कई मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी के साथ भी टकराव देखने को मिल रहा है, और ऐसी बातें हो रही हैं कि 2027 के आम चुनाव तक अखिलेश यादव और राहुल गांधी का साथ रहना मुश्किल लगने लगा है - लेकिन इफ्तार पार्टी देखकर तो लगता है ये सब सिर्फ अफवाह है. 

राहुल गांधी के ठीक बगल में धर्मेंद्र यादव बैठे थे, और उनकी बगल में संजय  सिंह. राहुल गांधी की एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बैठे हुए थे. 

इफ्तार पार्टी में समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद जया बच्चन, टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और शरद पवार वाली एनसीपी से सांसद फौजिया खान भी पहुंची थीं. 

इंडिया ब्लॉक के नेताओं को इमरान प्रतापगढ़ी की तरफ से खास तोहफा भी दिया गया - और वो तोहफा था संविधान की एक कॉपी.

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