किसान आंदोलन के बीच इंटरनेशनल प्रोपगेंडा के खिलाफ पूरा हिन्दुस्तान उठ खड़ा हुआ है. हर कोई कह रहा है कि ये देश का आंतरिक मुद्दा है, इसे हम सुलझा लेंगे, फिर विदेशी धरती से ऐसी बयानबाजी क्यों हो रही है. रिहाना और उन तमाम हस्तियों के ट्वीट पर सवाल उठे हैं. खुद गृहमंत्री अमित शाह ने भी कहा है कि ऐसे दुष्प्रचार से देश की एकता को कोई तोड़ नहीं सकता. इस मसले पर अमेरिका का भी साथ मिला है. अमेरिका ने कहा है कि कृषि कानून से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा. इन सबके बीच किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. देखें