शहर बदल जाएगा, तारीख बदल जाएगी, सरकारें बदल जाएगी, लेकिन बेटियों की किस्मत में लिखी बर्बरता कब बदलेगी? हाथरस की निर्भया के लिए इंसाफ की जंग जारी है लेकिन इंसाफ का इंतजार सिर्फ हाथरस की बेटी नहीं बल्कि कई बेटियां कर रही हैं. वो बेटियां जिन्होंने वैसी ही दरिंदगी झेली है. जिनकी जिंदगी दरिंदों ने छीन ली. शहर-शहर बेटियों से बर्बरता की कहानी सामने आ रही है. राजस्थान में बांसवाड़ा और सिरोही में दरिंदगी के बाद मासूम को जान गंवानी पड़ी. फरीदाबाद में भी एक निर्भया जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है. देखिए ये रिपोर्ट.