मुद्दे शायद कभी मरते नहीं. वरना करीब दस साल पहले कंधार कांड का जो किस्सा एक तरह से खत्म हो चुका था वो इस आम चुनाव में बीजेपी के गले की फांस नहीं बनता. बीजेपी कंधार कांड की वजह से अब खुद ही घिर गई है.