चुनावों के दिन बीत रहे हैं और अब आंकड़ों के खेल के दिन आनेवाले हैं. इसीलिए नेताओं की जुबान भी अब बदलने लगी है. लेफ्ट कल तक गैर-कांग्रेसी और गैर-भाजपा सरकार की बातें करता था. अब उन्हें सिर्फ भाजपा से परहेज है. चुनाव कार्यक्रम । शख्सियत । विश्लेषण । चुनाव पर विस्तृत कवरेज