15वीं लोकसभा की तस्वीर साफ हो चुकी है. लेकिन चौकाने वाली तस्वीर ये है कि जनता ने सिरे से बाहुबलियों को नकार दिया है. फिर चाहे कांग्रेस हो या बसपा या फिर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार. बाहुबलियों का गनतंत्र लोकतंत्र की ताकत से हार गया है. शख्सियत । विश्लेषण । चुनाव पर विस्तृत कवरेज