कहावत मशहूर है जो जीता वही सिकंदर, लेकिन जो हारा उसके अपने भी हो जाते हैं दुश्मन. यही हाल है बीजेपी का. पार्टी हार के सदमे से अभी निकली भी नहीं है कि अपने ही मुखपत्र में हो गया कबाड़ा.