जिंदगी में जब मनचाहा न मिले तो हमें जिंदगी से शिकायत हो जाती है. फिर इतनी शिकायत होने लगती है कि शिकायत करना हमारी आदत बन जाती है. हम ये सोचना बंद कर देते हैं कि हमसे कहां चूक हुई है. तो सबसे पहले हमें अपने अंदर सुधार की गुंजाइश को तलाशना है और उस सुधार को अपने जीवन में लेकर आना है. जब हम ऐसा करने लगेंगे तब हमें सब कुछ मिल सकता है.