बुरे से बुरा घाव भर जाता है लेकिन जुबान से निकले शब्दों की वो चोट होती है जो जिंदगी भर नहीं भरती. इसलिए जो भी बोलिए सोच समझकर बोलिए क्योंकि आपकी जुबान ही है जो आपको लोकप्रिय बनाती है दोस्त बनाती है.