हम सबको अपनी शख्सियत ऐसी बनानी चाहिए भले ही हमसे दुनिया में कोई दूर क्यों ना हो जाए पर हमें कभी भुला ना पाए. यानी आप अपने आपको ऐसा बना लीजिए कि जो एक बार आपसे जुड़ा,  फिर वो कभी अलग होने की सोच भी ना पाए. ऐसा हो सकता है अगर अपनी शख्सियत पर काम करें.