जिंदगी में कई बार लोग गुस्से को ताकत और विनम्रता को कमजोरी मान लेते हैं. जबकि सच यह है कि गुस्से के लिए ताकत नहीं चाहिए. विनम्रता के लिए बहुत ताकत चाहिए. अगर यह ताकत आपके अंदर से तो समझ लीजिए आप से ज्यादा ताकतवर कोई नहीं है.