18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू हो चुका है. इस दौरान देश के अलग अलग हिस्सों से चुने गए सांसदों ने पद और गोपनियता की शपथ ली. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अगर कोई सांसद पढ़ने लिखने में असमर्थ हो, या फिर वो शपथ लेने से इन्कार कर दे, तो ऐसी स्थिति में क्या होगा? जानने के लिए देखें वीडियो.