भोपाल गैस त्रासदी के 40 साल बाद, इस फैक्ट्री में सालों से रखे ज़हरीले कचरे को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. भोपाल से 250 किलोमीटर दूर पीथमपुर में इस ज़हरीले कचरे को नष्ट किया जाएगा. लेकिन पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का कचरा जलाने को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है, जो शुक्रवार को आक्रोश में बदल गया. जिस जहरीले कचरे से US-जर्मनी तक डर गए थे, उसे 40 साल बाद कैसे-क्यों हटाया जा रहा है? और इसके लिए पीथमपुर को ही क्यों चुना गया है?