महिला आरक्षण बिल आज के समय की जरूरत है. इससे पंचायत से लेकर विधानसभाओं, विधान परिषदों और देश की संसद में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ेगी. महिला आरक्षण विधेयक के इतिहास पर नजर डालें, तो पता चलता है कि 27 सालों की ये यात्रा इतनी आसान नहीं रही. आइए जानते हैं कि बिल में इतना समय क्यों लगा.