"आइना वही रहता है, चेहरे बदल जाते हैं", 1978 में आई फिल्म शालीमार के गाने की ये लाइन आज भी मौजूं है. घटनाएं एक ही जैसी होती है लेकिन उन्हें देखने वाली नजरें बदल जाती हैं. मंगलवार को मानवाधिकार पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी यही बात कही. पीएम मोदी ने बिना नाम लिए हाल की घटनाओं को लेकर विपक्ष पर करारा हमला किया. यानी मानवाधिकार अपना-अपना! इसी मुद्दे पर आजतक के दर्शकों ने अंजना ओम कश्यप के साथ रखी अपनी बात और पूछे सवाल.