केतु अहंकार का अंत करता है और एकांत प्रिय व अंतर्मुखी बनाता है. कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर हो तो क्या-क्या परेशानियां होती हैं और अगर मजबूत तो क्या प्रभाव होता है, देखें नंबर गेम में.