भगवान शिव विश्व की रक्षा करने के लिए विष पी गए थे. इसी कारण भगवान शिव को नीलकंठ भी कहते हैं. आप भी अपने जीवन में तमाम कष्टों से मुक्ति के लिए करें भगवान शिव की अराधना.