चाल चक्र में आज हम आपको बताएंगे उन ग्रहों के बारे में जिसके कारण अवसाद आता है. चंद्रमा मन का स्वामी है और अवसाद में इसकी सबसे बड़ी भूमिका है. बुध बुद्धि का मालिक है और अवसाद को नियंत्रित करने या बढ़ाने में यह काम करता है. चंद्रमा कमजोर हो या दूषित हो तो अवसाद होता है. चंद्रमा को सबसे ज्यादा कमजोर और दूषित करते हैं शनि, राहु और सूर्य. इनके प्रभाव से व्यक्ति अवसाद में चला जाता है. शनि या राहु, चंद्रमा को प्रभावित करें तो अवसाद की स्थिति बन जाती है. इसमें शनि वाला अवसाद कभी कभी आध्यात्म पैदा कर देता है. जबकि राहु वाला अवसाद कल्पना की बीमारियां पैदा करता है. चंद्रमा अस्त हो तो भी अवसाद की स्थिति बन जाती है. चंद्रमा ख़राब हो और बुध ठीक हो तो व्यक्ति अवसाद से निकल जाता है. परन्तु अगर बुध भी गड़बड़ हो तो अवसाद से निकलना कठिन होता है. कभी कभी बृहस्पति भी व्यक्ति को अवसाद से बाहर निकाल देता है.
In this episode of Chaal Chakra, we will tell how are planets associated with the issue of depression. Moon holds a larger significance in depression, mercury is responsible to enhance or to control depression. One suffers with depression when the moon is weak. Saturn, rahu and sun are responsible for depression. Watch this video.